जाम में फंसी एंबुलेंस देख गाड़ी से उतरकर दौड़े डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

Lucknow
  • रोड पर खड़ी क्रेन का चालान करने के दिये निर्देश ,पुलिस को लगाई फटकार
  • सरकारीअस्पताल:जच्चा बच्चा को 72 घंटे अस्पताल में रखने के दिये निर्देश

लखनऊ। राजधानी में जाम का झाम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है शनिवार को कानपुर से गुजर रहा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का काफिला सरोजनी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गौरी स्कूटर इंडिया चौराहे से लेकर हाईडिल चौराहे तक लगे भीषड़ जाम में फंसी एंबुलेंस को देखते ही गाड़ी से उतर कर रोड पर खड़ी गाड़ियों को हटवाने लग में जाते हैं। वहीं डिप्टी सीएम को देखते ही स्थानीय पुलिस फोर्स के हांथ पांव फूलने लगते है और आनन फानन में रोड को खाली कराने के लिए मौजूद पुलिस बल लग जाती और रोड को खाली कराकर एंबुलेंस को जाम से मुक्त कराया। इस पर डिप्टी सीएम ने रोड पर खड़ी क्रेन को देखते ही भड़क जाते हैं और रोड पर खड़ी गाड़ियों का चालान करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को निर्देश देते हुए कहा कि सड़क पर जाम नहीं लगने देना है रोड पर खड़ी गाड़ियों का चालान करने को कहा।  इसके अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सरकारी अस्पतालों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा को कम से कम 72 घंटे अस्पताल में जरूर भर्ती रखें। क्योंकि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चे की सेहत के लिए यह समय काफी अहम होता है।

आमतौर पर सामान्य प्रसव की दशा में परिवार के सदस्य जच्चा-बच्चा को जल्द डिस्चार्ज करने का दबाव बनाने लगते हैं। जो कि दोनों की सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। प्रदेश में संभावित करीब 67.06 लाख गर्भवती महिलायें होती हैं। सरकारी क्षेत्र में लगभग 50 से 55 लाख प्रसव होते हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है। स्क्रीनिंग से लेकर पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी जाँच तक शामिल हैं। सभी दवाये फ्री दी जा रही है। जननी सुरक्षा योजना के तहत सभी जनपदों को 90 प्रतिशत यानी करीब 488 करोड़ 18 लाख 21 हजार रुपये के बजट का प्रावधान किया है। बाकी 10 फीसदी धनराशि बाद में आवंटित की जायेगी। आशा गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करें। द्वितीय व तृतीय त्रैमास को स्वास्थ्य ईकाईयों में आने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही प्रसव के बाद मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दें। डिस्चार्ज के बाद शहरी क्षेत्र की प्रसूता को 1000 और ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपये खाते में जरूर भेजे। प्रसव के बाद टीकाकरण की जानकारी दें। इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाये।