उत्तराखंड में डेंगू से हाहाकार, अब तक 2100 से ज्यादा लोग शिकार, देहरादून सबसे ज्यादा प्रभावित

Health /Sanitation

(www.arya-tv.com)  उत्तराखंड में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। एडीज मच्छर के लिए इस समय प्रदेश का मौसम अनुकूल बना हुआ है, जिसके चलते डेंगू के मरीज भी बढ़ रहे हैं। रविवार को तीन जिलों में डेंगू के मरीज की संख्या बढ़ी है। देहरादून में 12 और हरिद्वार में पांच मरीज डेंगू के मिले हैं जबकि नैनीताल में सबसे ज्यादा 13 मरीज पाए गए।

राहत की बात यह रही थी डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई। उत्तराखंड में अब तक 2180 डेंगू के मामले सामने आए हैं जिनमें से लगभग 81% यानी 1775 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 391 सक्रिय मामले हैं। डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका जिला देहरादून है। देहरादून में भी रायपुर क्षेत्र में सबसे अधिक मरीज पाए गए हैं।

देहरादून में अब तक 888 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि ज्यादातर लोग स्वस्थ हो गए हैं। वही हरिद्वार में 387, नैनीताल में 365, पौड़ी गढ़वाल में 353, उधम सिंह नगर में 63, चमोली में 44, चंपावत में 30, टिहरी गढ़वाल में 17, बागेश्वर में 10 और अल्मोड़ा में 9 मामले सामने आए हैं। पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी में डेंगू के कोई मरीज नहीं मिले।

मैदानी क्षेत्रों में तो डेंगू के मच्छर का कहर बरपा ही लेकिन अब पहाड़ भी डेंगू से अछूते नहीं रहे। पर्वतीय क्षेत्रों में भी लगातार डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी डेंगू को नियंत्रित करने को हर संभव कदम उठाने का दावा कर रहे हैं। उसके बावजूद प्रतिदिन डेंगू के मरीजों में वृद्धि हो रही है।

देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए अभियान चला रहे हैं। जन जागरूकता लिए विभिन्न माध्यमों से प्रयास किया जा रहे हैं। अभियान के तहत रविवार को जिला सूचना अधिकारी बीसी नेगी और जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी के नेतृत्व में अपर नत्थन पुर और लोअर नत्थनपुर में लाउडस्पीकर के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया।

वही डेंगू का लार्वा मिलने पर चार लोगों का चालान कर 3500 अर्थदंड वसूला गया। एक नर्सरी में जमा पानी में लार्वा मिला जिस पर नर्सरी स्वामी बिलाल का एक हजार रुपए का चालान किया गया है। वही एक मोटर वर्कशॉप में भी लार्वा मिलने पर आसिफ का 1000 रुपए का जुर्माना किया गया।

उधर नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग का सहयोग न करने और लापरवाही बरतने वाले प्रतिष्ठानों तथा मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। रविवार को टीम ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण कर किया। इस दौरान 13 घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाए जाने पर चालान किया गया। इसके साथ ही इन्हें सख्त चेतावनी देकर कहीं भी पानी जमा न होने देने की हिदायत दी गई।

नगर आयुक्त मनुज गोयल के निर्देश पर डेंगू की प्रभावी रोकथाम के लिए नगर निगम क्षेत्र को 12 सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टर अधिकारियों को अपने आवंटित क्षेत्र में सघन फागिंग, लार्वा नाशक दवा के छिड़काव करने के साथ ही प्रतिदिन प्रतिष्ठानों और घरों का निरीक्षण कर लापरवाही बरतने वालों के चालान काटने की निर्देश दिए गए हैं।