(www.arya-tv.com) दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कोचिंग सेंटर्स को रेगुलेट करने के लिए नया कानून लाने का फैसला लिया है। कोचिंग सेंटर में हुए हादसे को लेकर बुधवार को आम आदमी पार्टी की नेता और मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें आतिशी ने कहा कि दो अहम बातें सामने आई हैं. पहला-जो नाले उस क्षेत्र में जलभराव के लिए जिम्मेदार थे उस पर वहां के सारे कोचिंग सेंटर ने अतिक्रमण किया हुआ था। जिसकी वजह से नाले से पानी नहीं निकल पा रहा था।
दूसरा-बेसमेंट में क्लास और लाइब्रेरी चल रही थी वो 100% गैर कानूनी था…बेसमेंट का प्रयोग पार्किंग और स्टोरेज के लिए किया जा सकता था।
आतिशी ने आगे कहा कि कोई भी गड़बड़ी किसी अधिकारी की वजह से अगर सामने आती है तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
जूनियर इंजीनियर को किया बर्खास्त
शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर MCD ने कार्रवाई शुरू की। जो JE जिम्मेदार था उसे MCD से बर्खास्त कर दिया है। AE को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है। आतिशी ने आगे कहा, ‘मैं आपको भरोसा दिलाना चाहती हूं कि जैसे ही पूरी जांच रिपोर्ट सामने आएगी और इन अधिकारियों के अलावा भी कोई भी अधिकारी शामिल हुआ उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
छात्रों ने प्रदर्शन किया
बता दें कि 27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित आईएएस राव कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर गया था. इससे वहां मौजूद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी. इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन किया.
छात्रों ने कहा, “हमारी मांग यही है कि तीनों के परिवार को पांच-पांच करोड़ मुआवजा दिया जाए. साथ ही एमसीडी की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान गई. अधिकारी घटना के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे. इसके अलावा राजेंद्र नगर में जलभराव की समस्या को दूर करना चाहिए, क्योंकि यहां अधिकतर जगहों पर कोचिंग सेंटर बेसमेंट में चल रहे हैं. ऐसे सभी कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए.”