प्रदेश भर में आयुष्मान मित्रों की सेवा पर संकट गहराया

Lucknow UP

(www.arya-tv.com)प्रधानमंत्री की आयुष्मान योजना को पंख देने वाले आयुष्मान मित्रों कीसेवा पर संकट खड़ा गहरा गया है। प्रदेश भर के ज्यादातर आयुष्मान मित्रों की सेवा रविवार को समाप्त हो गई है। कई जिलों में सीएमओ व अस्पताल केअधीक्षक ने आयुष्मान मित्रों को पत्र भेजकर कंप्यूटर आदि सामान कार्यालय में जमा करने का आदेश भी दे दियाहै। इससे आयुष्मान मित्र परेशान हैं।

प्रदेश भर में 1470 आयुष्मान मित्र या प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र(पीएमएएम) सीएमओ स्तर से तमाम केंद्रों, सरकारी अस्पतालों में तैनात हैं। वर्ष2017-18 मेंप्रदेश भर के आयुष्मान मित्रों को जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से साक्षात्कार कर सेवापर रखेगए थे। सीडीओ, सीएमओ समेत समिति केसदस्यों ने आयुष्मान मित्रों का साक्षात्कार लेकर सीधे सीएमओ व अस्पताल के अधिकारी स्तर से भर्ती किया गया था। उन्हें प्रोत्साहन राशि क्लेम के आधार पर पांच से 10 हजार रुपए तक मिलती रही है। कोविड काल में इनकी अहम भूमिका रही थी।

चीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह की ओर से 29 फरवरी में सभी डीएम को जारी आदेश में कहा गया है कि आयुष्मान मित्रों की सेवा एंव अनुबंध मार्च 2024 में समाप्त हो जाएंगी। इसी आधार पर तमाम जिलों केसी एमओ, अस्पतालों के अधीक्षकों ने आयुष्मान मित्रों को पत्र भेजकर सेवाएं 30 मार्च को समाप्त करने का आदेश जारीकर दियाहै। उनसे कंप्यूटरव कार्यालय से संबंधित सभी रिकॉर्ड, पत्र आदि जमा करवा लिए हैं। 1 अप्रैल से किसी भी आयुष्मान मित्र को अस्पताल या केंद्र पर न आने को कहा गया है। हस्ताक्षर आदि पर भी रोक लगा दी गई है। अब आयुष्मान मित्र असमंजस में हैं।
आयुष्मान मित्रों को निजी एजेंसी के माध्यम से रखने का प्रस्ताव है। कई जिलों में एजेंसी के माध्यम से आयुष्मान मित्रों ने काम भी शुरू कर दिया है। ऐसे आयुष्मान मित्रों की सेवा समाप्त नहीं होगी। जो आयुष्मान मित्र कोर्ट गए थे। कोर्ट के आदेश के अनुसार ही समय पूरा होने पर उन्हें नोटिस देकर से वासे हटाया जा रहा है।