सम्भल।(www.arya-tv.com) आज भी पीने लायक पीनी से लोग जूझं रहे है कोरोना महामारी में ऐसे मूददों पर किसी की नजर नहीं जाती है जो सच में सरकार एंव साचाज तक आने चाहिए। सरकार एंव प्रशासन अपनी और से पूरी मदद करने की कोशिश करता है कि आम जन तक सारी सुविधाएं पहुंचाई जाए पर कुछ अधिकारियों के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में आम आदमी करे भी तो क्या महामारी से मौत आए न आए पर पीनी न होने से मौत का आना निश्चित ही है, गर्मी बढ़ रही है और शहर से लेकर गांव तक लोग शुद्ध पानी को लेकर लोग परेशान हैं।
हाल यह है कि गांव में पानी का लेबल नीचे जा रहा है। जनपद के कई ब्लाक डार्क जोन में हैं। चूंकि यहां न नहर है और मानूसन भी बेहतर नहीं है। ऐसे में भूगर्भ जल ही सिंचाई का प्रमुख साधन है जिससे पानी का लेबल नीचे चला जाता है। ऐसे में पानी की दिक्कत न हो इसके लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ ने बैठक रखी थी। इस बैठक में कार्य योजना कैसे बनती जब मानीटरिंग करने वाले ही नदारद रहे। ऐसे में डीएम ने जल निगम के तीन अवर अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
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15 जून को दूषित पानी व खराब पाइप लाइन योजना के तहत बैठक सीडीओ ने बहजोई में रखी थी। इस बैठक में गांव के लिए कार्य योजना बनाने के साथ ही इंडिया मार्का पम्प की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की जानी थी। जिन जगहों पर वाटर हेड टैंक बने हैं और उनका प्रयोग नहीं हो रहा है । ऐसे में सीडीओ की बुलाई बैठक के पहले अधिशासी अभियंता ने सबको पत्र भी जारी कर दिया था लेकिन तीन अवर अभियंता इसमें उपस्थित नहीं हुए। डीएम अविनाश कृष्ण सिंह ने बताया कि बैठक महत्वपूर्ण थी और इसमें न आना सीधे तौर पर लापरवाही है। इसके लिए जल निगम के अवर अभियंता योगेंद्र कुमार, रमेश कुमार तथा विशाल रूहेला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।