चीन से सैन्य सहयोग बढ़ाना चाहता है रूस:पुतिन ने शी जिनपिंग से बात की

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(www.arya-tv.com) कोरोना और यूक्रेन युद्ध के बीच शी जिनपिंग और व्लादिमिर पुतिन की शुक्रवार को वीडियो कॉल के जरिए बात हुई। पुतिन ने शी जिनपिंग से कहा, ‘डियर चेयरमैन बसंत के मौसम में आपके मॉस्को आने की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि दोनों देशों की करीबी को दुनिया के सामने दिखाया जा सके’।

शी जिनपिंग और पुतिन के बीच 8 मिनट तक बात हुई। इस दौरान पुतिन ने दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने को कहा। इस पर शी जिनपिंग ने कहा कि दुनिया में जारी मुश्किल हालातों के बीच चीन रूस को रणनीतिक सहयोग देने के लिए तैयार है।

दोनों देश संकट से गुजर रहे
रूस और चीन दोनों देशों के लिए ही अभी संकट का दौर चल रहा है। एक तरफ जहां चीन कोरोना महामारी की जकड़ में है। वहीं रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से लगी आर्थिक पाबंदियों से जूझ रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन युद्ध ने रूस के लिए चीन की अहमियत को और भी बढ़ा दिया है।

‘नो लिमिट’ समझौते ने दोनों देशों को बनाया पक्का साझेदार

यूक्रेन में जंग शुरू करने के बाद दोनों देशों ने ‘नो लिमिट’ रणनीतिक साझेदारी साइन की थी। यूरोपियन देशों की पाबंदी के बाद बीच चीन ने रूसी तेल और गैस की खरीद दो बढ़ा दिया है। इसके बदले में रूस भी ताइवान के मामले पर चीन का साथ दे रहा है।

रूस ने नाटो पर लगाए थे भारत को चीन के खिलाफ भड़काने का आरोप
रूस के विदेश मंत्री ने पिछले महीने नाटो पर आरोप लगाया था कि वो भारत को रूस और चीन विरोधी गुट में घसींट रहा है। सर्गेई लावरोव ने कहा था कि रूस के प्रभाव को कम करने के लिए नाटो और पश्चिमी देश भारत का सहारा लेना चाहते हैं।

लावरोव ने यह भी कहा था कि यूक्रेन की तरह नाटो और पश्चिमी देश साउथ चाइना सी के बहाने चीन के पास माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। इससे रूस को भी खतरा है। साउथ चाइना सी और ताइवान में टेंशन बढ़ाकर नाटो आग से खेल रहा है।