मुख्यमंत्री योगी ने जनपद कुशीनगर भ्रमण कर निरीक्षण किया

Lucknow
  • मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रबन्धन, बचाव तथा उपचार कार्यों की समीक्षा की
  • मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण किया
  • आई0सी0सी0सी0 की गातिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की
  • मुख्यमंत्री ने ग्राम सुसवलिया (पडरौना) पहुंचकर कोरोना संक्रमित का कुशलक्षेम पूछा, ऑक्सीजन, जाँच आदि की सुविधा के बारे में फीडबैक लिया
  • कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश में अभियान चल रहा है
  • ‘ट्रेस , टेस्ट और ट्रीट’ के मंत्र पर कार्य करते हुए कोरोना को नियंत्रित किया गया
  • प्रदेश में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत, उ0प्र0 देश का सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य, यहां 4.77 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं
  • पोस्ट कोविड वार्ड हर जनपद में स्थापित किये जा रहे

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज जनपद कुशीनगर पहुंचकर विकास भवन स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण किया। उन्हांेने आई0सी0सी0सी0 की गातिविधियों, कार्यक्रमों, फोन लाइनों की संख्या की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने एल-2 अस्पताल के बारे में भी जानकारी ली। सभी जगह सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगे होने की भी पूछताछ की। उन्हांेने सी0सी0टी0वी0 कैमरे के माध्यम से गतिविधियों को ऑन स्क्रीन भी देखा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री  ने कहा कि आई0सी0सी0सी0 कोविड के खिलाफ अभियान का बैकबोन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद मे कोरोना की पहली लहर के दौरान ही, इस प्रकार के केन्द्र की स्थापना कर दी गई थी। इस केन्द्र को उच्चाधिकारियों द्वारा संचालित किया जाता है। यहाँ से अस्पताल, बेड, निगरानी समिति, होम आइसोलेशन, मेडिकल किट, डॉक्टर से परामर्श सभी गतिविधियाँ नियंत्रित होती है। उन्होंने कहा हर जनपद में प्रतिदिन कोविड से सम्बन्धित नियमित समीक्षा बैठक आयोजित की जाती है।

इसके बाद मुख्यमंत्री  ने जनपद कुशीनगर के कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के साथ कोरोना प्रबन्धन, बचाव तथा उपचार कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने कोरोना बचाव हेतु उठाए जा रहे कदमों पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जनपद में कोरोना का रिकवरी रेट 95.42 प्रतिशत तक पहुँच गया है। जिलाधिकारी ने सैम्पल कलेक्शन का विवरण, ग्राम निगरानी समिति, मुहल्ला निगरानी समिति के कार्य, नियमित समीक्षा बैठक, होम आइसोलेशन के मरीजों से फीडबैक, डॉक्टर के द्वारा सलाह, विभिन्न विभागों के समन्वय के द्वारा कार्य इत्यादि की जानकारी दी। इसके साथ-साथ एल-2 अस्पताल में बेड की स्थिति एवं आवश्यक उपकरणों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रदान की। इसके बाद मुख्यमंत्री जी ने जनपद के जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की तथा इस सन्दर्भ में उनसे एक सी0एच0सी0/पी0एस0सी0 गोद लेने की अपील की।

समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री जी ने पत्र प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुशीनगर व देवरिया जनपद पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस और इंसेफेलाइटिस की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों की श्रेणी में आते हैं। अनियंत्रित मौसम और असमय बारिश की वजह से और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश में अभियान चल रहा है। हमें जीवन और जीविका दोनों को बचाना है। इस रणनीति के साथ कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। यह प्रदेश प्रभावी भूमिका के साथ महामारी के विरुद्ध कार्य कर रहा है, जिसके अपेक्षित परिणाम भी मिल रहे हैं। ‘टेªस, टेस्ट और ट्रीट’ के मंत्र पर कार्य करते हुए कोरोना को नियंत्रित किया गया है। जमीनी हकीकत पर इस मंत्र के साथ पूरी ताकत के साथ कार्य करने का परिणाम है कि प्रदेश में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत हो गया है। पाॅजिटिविटी दर 03 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर व बस्ती में भारत सरकार के सहयोग से इंसेफेलाइटिस के उपचार के दृष्टिगत पीकू व मिनी पीकू स्थापित किए गए हैं। सर्विलांस के माध्यम से इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित करने में मदद मिली है। चिकित्सकों, पैरामेडिक्स आदि को प्रशिक्षित किया गया है। थर्ड वेव की आशंका देखते हुए मानव संसाधन की उपलब्धता आवश्यक है। इनके प्रशिक्षण की कार्यवाही भी चलायी जाए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा व्यापक चिकित्सा व्यवस्थाओं से कोरोना के साथ-साथ इंसेफेलाइटिस, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया जैसे रोगों को रोकने में भी मदद मिलेगी। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की भी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।
लाख युवाओं को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाएगी।