मुख्यमंत्री ने नवचयनित वरिष्ठ प्राविधिक सहायकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये

Lucknow

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम एक कृषि प्रधान देश के सबसे बड़े कृषि प्रधान प्रदेश में निवास कर रहे हैं। प्रदेश में आज भी बड़ी आबादी की आजीविका का माध्यम कृषि है। प्रदेश की उर्वरा भूमि तथा पर्याप्त जल संसाधन खेती की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाते हैं। कृषि के विकास के लिए केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर अनेक प्रयास कर रही है, इनमें अन्नदाता किसानों को समय पर अच्छी तकनीक, अच्छी गुणवत्ता के बीज दिलाने तथा समय के अनुरूप उन्हें अपडेट करना सम्मिलित हैं।

मुख्यमंत्री लोक भवन सभागार में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा अधीनस्थ कृषि सेवा (वर्ग-1) के लिए चयनित 431 वरिष्ठ प्राविधिक सहायकों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने 11 नवचयनित वरिष्ठ प्राविधिक सहायकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को इस चयन की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर नवचयनित वरिष्ठ प्राविधिक सहायकों ने निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मिशन रोजगार के अन्तर्गत नव चयनित वरिष्ठ प्राविधिक सहायकों को बधाई देते हुए कहा कि आपके पास अच्छी डिग्री के साथ-साथ अच्छा अनुभव भी है। उनकी प्रतिभा व अनुभव का लाभ राज्य के अन्नदाता किसानों को दिलाने के लिए आज 431 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण का कार्य हो रहा है। प्रदेश में 06 कृषि विश्वविद्यालय स्थित हैं। इनके माध्यम से देश व प्रदेश को अच्छे कृषि स्नातक मिल रहे हैं। यह संस्थान अन्नदाता किसानों के सहयोग के लिए अच्छी प्रशिक्षित टीम को उन तक पहुंचा रहे हैं। प्रदेश में भारत सरकार के सहयोग से 89 कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित हैं। किसानों के प्रशिक्षण, उन्हें नई तकनीक के बारे में जानकारी देने तथा समय पर प्रमाणित बीज की उपलब्धता की दिशा में कृषि विज्ञान केन्द्रों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को देश की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित किया जाना है। इसके लिए हमें उन सेक्टर्स को चिन्हित करना होगा, जहां सबसे अच्छी सम्भावनाएं हैं। प्रदेश में सबसे अधिक सम्भावना का क्षेत्र स्वाभाविक रूप से कृषि है। अगर हम थोड़ा प्रयास कर लें, तो आगामी कुछ वर्षों में कृषि क्षेत्र की क्षमता को तीन गुना बढ़ा सकते हैं। उत्तर प्रदेश देश ही नहीं, बल्कि दुनिया का पेट भरने की क्षमता रखता है। इन सम्भावनाओं पर कार्य करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर सम्भालने के बाद कृषि के विकास के लिए अनेक प्रयास किये। इनमें स्वायल हेल्थ कार्ड की व्यवस्था, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा किसानों के कल्याण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी योजना पी0एम0 किसान सम्मान निधि शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में 02 करोड़ 54 लाख से अधिक किसान पी0एम0 किसान योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। इन्हें हर वर्ष 06 हजार रुपये भारत सरकार के माध्यम से प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत विगत साढ़े पांच वर्षों में 22 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराई गयी है।