- ‘मिशन रोजगार’ के अन्तर्गत निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया द्वारा चयनित 278 सहायक आचार्य, 2,142 स्टाफ नर्स एवं 48 आयुष चिकित्सा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम
मुख्यमंत्री लोक भवन में ‘मिशन रोजगार’ के अन्तर्गत निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया द्वारा चयनित 278 सहायक आचार्य, 2,142 स्टाफ नर्स एवं 48 आयुष चिकित्सा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने नवचयनित 05 चिकित्सा शिक्षकों, 07 स्टाफ नर्सों एवं 05 आयुष चिकित्सा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री जी ने 674 एम्बुलेंस एवं 81 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस का हरी झण्डी दिखाकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बन्धित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी व्यक्ति के पास कितनी भी धन सम्पदा क्यों न हो यदि उसका स्वास्थ्य उत्तम नहीं है, तो इसका कोई मूल्य नहीं है। हमारी परम्परा भी कहती है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ अर्थात् धर्म के जितने भी साधन हैं, वह सभी स्वस्थ शरीर से ही सम्भव होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एलोपैथी और आयुष से जुड़े हुए लगभग ढाई हजार नियुक्ति पत्रों का वितरण किया जा रहा है। यह प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की उत्तरोत्तर प्रगति और सुदृढ़ीकरण की दिशा में शुभ संकेत है। वर्ष 2017 के पूर्व प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में पिछड़ा हुआ था। यहां के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। विगत साढ़े 6 वर्षों में किए गए प्रयास का परिणाम है कि आज लोग उत्तर प्रदेश का नाम गर्व से लेते हैं। डबल इंजन सरकार द्वारा विकास के कार्य तेज गति से आगे बढ़ाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 1947 से वर्ष 2017 तक केवल 12 मेडिकल कॉलेज बन पाए थे। वर्ष 2017 के पश्चात 18 मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो चुके हैं तथा 14 नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। नवीन मेडिकल कॉलेजों में इस सत्र और अगले सत्र में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी। मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्सेज के कार्यक्रम भी प्रारम्भ हो, इसके लिए ‘मिशन निरामया’ के अन्तर्गत एक बड़े अभियान को आगे बढा़ने का कार्यक्रम चल रहा है।
कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती लीना जौहरी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।