(www.arya-tv.com)10 मई से शुरू हुई उत्तराखंड चारधाम यात्रा में अब तक लाखो की संख्या में श्रद्धालु चारो धाम के दर्शन कर चुके हैं. वहीं चारधाम यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या एक भी इजाफा हुआ है, अब तक 153 लोगो की जान जा चुकी है. मरने वालों में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों नाम शामिल है और सबसे ज्यादा मौतें दिल का दौरा पड़ने से हुई है. शासन भी लगातार इस सब पर नजर रखे हुए है. चारधाम यात्रा के लिए आने वालो का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. अबतक लाखों लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है.
चारधाम यात्रा में अलग-अलग धामों में यात्रियों की मौत का आंकड़ा कुछ इस प्रकार है. चारधाम यात्रा के दौरान अब तक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 73 यात्रियों की मौत हुई है. बदरीनाथ में 38, गंगोत्री में 13 और यमुनोत्री धाम में 29 यात्रियों की मौत हुई है. इन सभी की अगर बात की जाए तो अधिकतर मौते दिल का दौरा पड़ने से हुई है. जबकि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे रुक-रुक अपनी यात्रा पूरी करें ताकि उनकी बॉडी यहां के मौसम को एडजस्ट कर ले. धीरे-धीरे यात्रा पूरी करने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है.
कब रुकेगा मौतों का सिलसिला
चारधाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी सलाह स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दी जा रही है. इसके बाद कुछ तीर्थ यात्री स्वास्थ्य विभाग की सलाह को नजरअंदाज कर रहे हैं जिससे इस प्रकार की घटनाएं सामने आती हैं. वहीं तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार की तरफ से यहां कई डॉक्टरों और स्वास्थ्य केंद्रों की भी स्थापना की है. जबकि यात्रियों की सुविधा के लिए और भी कई उपाएं किए गए है लेकिन फिर भी मरने वालो की संख्या बढ़ती जा रही है. चारधाम यात्रा शुरू हुए अभी करीब 45 दिन ही हुए हैं फिर भी मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जो चिंता का विषय है.