- आगामी समय डिजिटल साक्षरता का है, सरोजनीनगर के 16 कॉलेजों में स्थापित कराई डिजिटल लैब : डॉ. राजेश्वर सिंह
- पर्यावरण संरक्षण पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने दिया जोर, कहा- हर वर्ष बढ़ रहा डेढ़ डिग्री तापमान, पौधारोपण अति आवश्यक
- जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतर रहीं देश-प्रदेश की सरकारें : डॉ. राजेश्वर सिंह
लखनऊ। भारत विकास परिषद का 61वां स्थापना दिवस के अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के मदन मोहन मालवीय सभागार में आयोजित वैचारिक संगोष्ठी कार्यक्रम में भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने हिस्सा लिया। आधुनिक भारत के निर्माण में भारत विकास परिषद की भूमिका पर अपने विचार रखते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि भारत को सक्षम, समर्थ, स्वस्थ्य, संस्कारित बनाने में भारत विकास परिषद की भूमिका व योगदान वंदनीय है।
कार्यक्रम में आधुनिक भारत के निर्माण में अपने विचार रखते हुए सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि जब देश आजाद हुआ था जब भारत में केवल 1 हजार करोड़ विदेशी मुद्रा भंडार था लेकिन आज 50 लाख करोड़ है, शिक्षा दर 18 प्रतिशत थी जोकि आज 75 प्रतिशत से अधिक है, खाद्यान्न उत्पादन आजादी के दौरान 50 मिलियन टन था लेकिन आज 330 मिलियन टन से अधिक हो गया है, भारत 100 देशों को खाद्यान्न निर्यात कर रहा है।
यूसीसी पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि समान नागरिक संहिता देश के लिए महत्वपूर्ण है। हर किसी को खासकर महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिले, विकसित समाज के लिए यह अत्यंत आवश्यक है। माताओं-बहनों को बराबरी का हक मिलना चाहिए। अगर किसी धर्म-संप्रदाय में महिला विरोधी कानून-कुरीतियां हैं तो उसे बदलना चाहिए। हिंदुस्तान बदल रहा है, सभी को समानता मिलनी चाहिए। अनुच्छेद 25 में हर नागरिक को किसी भी धर्म का पालन करने और मानने का अधिकार है, अनुच्छेद 29 कहता है कि अपने सांस्कृतिक को सुरक्षित करने का अधिकार है। लेकिन इन सबसे अहम है अनुच्छेद 21 जो जीवन के अधिकार की बात करता है। यह अहम है कि हर किसी को सम्मान के साथ जीने का अधिकार हो।
पर्यावरण संरक्षण व पौधारोपण की आवश्कताओं पर प्रकाश डालते हुए बीजेपी विधायक ने बताया कि विश्व का तापमान हर वर्ष डेढ़ डिग्री बढ़ रहा है, ढाई मिलीमीटर समुद्र का स्तर प्रति वर्ष बढ़ रहा है, प्रदूषण के कारण दिल्ली के रहने वाले लोगों की आयु 5 वर्ष कम हो गई है, लगातार बीमारियां बढ़ रही है, ऐसे में यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं ताकि भावी पीढ़ी का भविष्य सुंदर, सुरक्षित, स्वस्थ व खुशहाल रहे। भारत विकास परिषद ने डेढ़ लाख से ज्यादा पौधारोपण किया है, यह वंदनीय है।
अपने संबोधन में डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत के दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुशासन की नीतियों पर चलते हुए प्रदेश निरंतर प्रगति कर रहा है, विदेशी कंपनियां यह निवेश कर रही हैं, लखनऊ में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में 33 लाख, 50 हजार करोड़ का निवेश आया, 93 हजार एमओयू साइन हुए। समिट की सफलता यह बताती है कि विदेशी कंपनियों को हमारी नीतियों, निष्ठा और नियत पर विश्वास है।
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक डा. आशीष गौतम, भारत विकास परिषद के संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल, विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, प्रांतीय अध्यक्ष कृष्ण जीवन रस्तोगी, प्रांतीय वित्त सचिव श्रीप्रकाश, प्रान्तीय महासचिव इ० देवेन्द्र स्वरूप शुक्ला समेत सैकड़ों वरिष्ठ सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।