अटल जी के व्यक्तित्व पूरी दुनिया को प्रभावित किया : राजनाथ सिंह

Lucknow

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित ‘अटल युवा महाकुंभ’ के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अटल जी के अद्वितीय व्यक्तित्व और उनके साथ जुड़ी अनमोल यादों को साझा किया। इस अवसर पर उन्होंने अटल जी की महानता का स्मरण करते हुए प्रदेश के विकास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि अटल जी का जीवन और उनकी विचारधारा आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।

बता दें कि लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में युवा कुंभ के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “अटल जी का व्यक्तित्व इतना विशाल और प्रभावशाली था कि उनकी कार्यशैली और निर्णयों ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। लखनऊ अटल जी के दिल में विशेष स्थान रखता था और यहां के लोग उन्हें बहुत गहरे से समझते और पसंद करते थे।” उन्होंने अटल जी के जीवन से जुड़ी अनेक घटनाओं का स्मरण करते हुए उनकी हाजिरजवाबी और सरलता को विशेष रूप से सराहा।

रक्षा मंत्री ने हजारों युवाओं के सामने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की हम 100वीं जयंती मनाने जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इस कदर मजाकिया लहजे में बड़ी बातें कहा करते थे कि सुनने वाला लाजवाब हो जाता था। बता दें कि 25 दिसंबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती मनाई जाएगी।

अटल बिहारी वाजपेई के पाकिस्तान दौरे के एक किस्से को राजनाथ सिंह ने यहां सुनाया। उन्होंने कहा, जब एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार ने उनसे कहा था कि वह अटल जी से शादी को तैयार हैं अगर वह मुंह दिखाई में उनका पूरा कश्मीर दे दें। बदले में अटल बिहारी वाजपेई ने कहा कि वह भी शादी के लिए तैयार हैं, अगर दहेज में उनको पूरा पाकिस्तान मिल जाए। इस जवाब ने उनकी चतुराई और सहजता को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।

रक्षा मंत्री ने अटल जी के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को भी साझा किया। और कहा, “मुझे उनके साथ एक अभिभावक का स्नेह और मंत्रिमंडल में सहकर्मी के रूप में काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उनकी सरकार जब एक वोट से गिरी, तब उनके ऐतिहासिक भाषण ने लोकतंत्र और देशप्रेम की नई परिभाषा गढ़ी। उन्होंने कहा था, ‘सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगी-बिगड़ेंगी, लेकिन यह देश और इसका लोकतंत्र अमर रहना चाहिए।’ राजनाथ सिंह ने कहा कि यह उनकी दूरदर्शिता और सिद्धांतवाद का प्रमाण था।