कला एवं शिल्प प्रतियोगिता ‘आर्यकृति’ ने दिन की शोभा बढ़ाई
लखनऊ। अपने सबसे प्रतीक्षित वार्षिक कार्यक्रम “आर्योदय 2023” का जश्न मनाते हुए आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेजेज ने अपने दो दिवसीय कार्यक्रम आर्यकृति और आर्यविद का आयोजन किया है। इस वार्षिक कार्यक्रम के पहले दिन, कॉलेज ने ‘आर्यकृति’ मनाई जिसमें कला और शिल्प प्रतियोगिताएं शामिल थीं। छात्रों को अपनी रचनात्मकता और कलात्मक कौशल दिखाने के लिए एक गतिशील मंच की व्यवस्था की गई थी। यह आयोजन न केवल स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देता है बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति और विविध कलात्मक रूपों की खोज के लिए अवसर भी प्रदान करता है। प्रतिभागी अपने अद्वितीय दृष्टिकोण, कौशल सेट और कल्पनाशील अवधारणाएँ सामने लाते हैं।
ऐसी प्रतियोगिताएं विविधता की सुंदरता का जश्न मनाती हैं, क्योंकि प्रविष्टियों में चित्रकला और मूर्तिकला से लेकर जटिल शिल्प तक माध्यमों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होती है। चारों सदनों-नालंदा, तक्षशिला, वल्लभी और उज्जैन के विद्यार्थियों ने मेहंदी, रंगोली, टी-शर्ट पेंटिंग, पॉट पेंटिंग, फेस पेंटिंग, कुक विदाउट फायर, वेस्ट मटेरियल यूटिलाइजेशन में उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने न सिर्फ अपनी क्रिएटिविटी दिखाई बल्कि खूबसूरत संदेश भी दिए।
चूँकि कॉलेज राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह भी मना रहा है, बी.फार्मा और डी.फार्मा के छात्रों ने फार्मास्यूटिकल्स पर काम करने वाले मॉडल दिखाए। छात्रों के काम की सराहना करते हुए प्रबंध निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने कहा कि इस तरह की भागीदारी के माध्यम से छात्रों को अपने साथियों के साथ जुड़ने, अनुभव साझा करने और साझा अनुभवों की एक समृद्ध टेपेस्ट्री में योगदान करने का अवसर मिलता है जो अद्वितीय सांस्कृतिक को परिभाषित करता है। उनके कॉलेज समुदाय की पहचान, प्रतिस्पर्धी पहलू से परे, ये आयोजन कलात्मक समुदाय के भीतर सौहार्द और विचारों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करते हैं।
कला और शिल्प प्रतियोगिताएं कला के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और कलाकारों को चमकने के लिए एक मंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उप निदेशक फार्मेसी डॉ. आदित्य सिंह, प्रो.बी.के.सिंह,डॉ. अंकिता अग्रवाल (प्रबंधन, पत्रकारिता और शिक्षा) के साथ कोर कमेटी के सदस्य, डॉ. अंकिता श्रीवास्तव, प्रियंका केशरवानी, प्रणव पांडे और मोहिनी सिंह, वर्तनी और वर्तिका सिंह एवं आस्था तिवारी ने कार्यक्रम को सफल बनाया।