(www.arya-tv.com) जिले में हो रही अनिश्चित बारिश एवं उमस के बीच लोगों में आई-फ्लू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक-दूसरे के संपर्क में आने से स्कूली बच्चों एवं उनके परिवार के सदस्य भी आई-फ्लू से संक्रमित हो रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 20-25 आई-फ्लू के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि आई-फ्लू से संक्रमित मरीजों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
चिकित्सकीय उपचार एवं आवश्यक सावधानी बरतने से यह रोग कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। उन्होंने आई-फ्लू संक्रमण के लक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस संक्रमण से मरीज की आंखों में सूजन और दर्द के साथ आँखे लाल होना, एक या दोनो आँख में जलन या खुजली होना, आँखों से असामान्य रूप से अधिक आँसू तथा सफेद गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना, आँखो में किरकिरी महसूस होता है। सीएमएचओ ने कहा कि आई-फ्लू के संक्रमण से कुछ सावधानियाँ अपनाकर बचा जा सकता है।
आँखों में इन्फेक्शन होने पर उसे बार-बार मत छूएं, आँख से पानी आने की स्थिति में उसे पोंछने के लिए साफ टिश्यू का इस्तेमाल करें, जिसे दोबारा प्रयोग में नहीं लाएं। साथ ही आंख साफ करने के लिए रूमाल का उपयोग करने पर उसी रूमाल से दूसरी आँख साफ ना करें, इससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अपनी आँखों को साफ ठंडे पानी से निरंतर धोते रहें एवं समय-समय पर अपना हाथ भी साफ करते रहें। अपने मोबाईल, तौलिया या पिलो कवर किसी को उपयोग करने न दें।
साथ ही दूसरों की इस्तेमाल की हुई चीजों से दूरी बनाकर रखें। आंखो के सुरक्षा के लिए काले चश्मे का उपयोग करें।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एन. केसरी ने उपरोक्त लक्षण से ग्रसित व्यक्तियों को आवश्यक सावधानी बरतते हुए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर उपचार कराने एवं डॉक्टर के परामर्श से ही दवाइयों का सेवन करने की जिलेवासियों से अपील की है।