अंतरिक्ष अनुसंधान के मूल स्रोत प्राचीन ग्रंथ ही हैं, इसरो चेयरमैन का दावा

# ## National

(www.arya-tv.com) इसरो अध्यक्ष मध्य प्रदेश के उज्जयनी में महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। वहां उनका दावा है कि बीजगणित, वर्गमूल, समय की अवधारणा, वास्तुकला, ब्रह्मांड की संरचना, धातु विज्ञान, यहां तक ​​कि विमानन सभी का उल्लेख पहले वेदों में किया गया था।

सब वेदों में हैं! इस बार खुद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने ऐसा दावा किया है। उनके अनुसार विज्ञान के मौलिक कथन वेदों में समाहित हैं। वहीं से आधुनिक विज्ञान की उत्पत्ति हुई। हालांकि बाद में इन्हें पश्चिमी वैज्ञानिकों का आविष्कार माना जाता है। सोमनाथ ने यह भी कहा कि संस्कृत भाषा में प्राचीन भारत में ज्ञान और विज्ञान की प्रथाओं के बीच कोई विभाजन नहीं था। दर्शन और विज्ञान का अनौपचारिक तरीके से अभ्यास किया जाता था।