इजरायल युद्ध के 14 दिन बाद गाजा में पहुंचे मदद के ट्रक, समुद्र में एक बूंद बराबर राहत, नहीं बुझेगी फिलिस्तीनियों की प्यास

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(www.ara-tv.com) पिछले 14 दिनों से हमास और इजरायल के बीच संघर्ष हो रहा है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल की यात्रा के बाद गाजा में फंसे फिलिस्तीनी लोगों तक मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया था। अब गाजा और मिस्र के बीच मौजूद रफाह बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए फिलिस्तीनी लोगों तक मदद पहुंचाई जा रही है।

खाना-पानी, दवाई और जरूरी चीजों की कमी से जूझ रहे गाजा के लोगों की मदद के लिए पहला ट्रक मिस्र से भेजा गया है। हमास के एक बयान के मुताबिक 20 ट्रकों के काफिले ने खाद्य आपूर्ति के साथ मिस्र के जरिए शनिवार को गाजा में प्रवेश किया।

200 से ज्यादा ट्रक लगभग 3000 टन सहायता सामग्री लेकर रफाह क्रॉसिंग के पास खड़े थे। हमास के मीडिया ऑफिस की ओर से कहा गया, ‘आज आने वाले राहत सहायता काफिले में 20 ट्रक शामिल हैं, जो दवा, चिकित्सा आपूर्ति और सीमित मात्रा में डिब्बाबंद खाना लाए हैं

।’ BBC की रिपोर्ट के मुताबिक यूएन की एक एजेंसी का कहना है कि मदद का जितने लोग इंतजार कर रहे, उनके लिए यह सहायता सामग्री समुद्र में एक बूंद के बराबर है। एजेंसी से जुड़ी जूलियट टौमा का कहना है कि मानवीय सहायता स्थायी होना चाहिए।

गाजा में पानी की कमी

रेडियो 4 टुडे कार्यक्रम में जूलियट ने कहा, ‘गाजा में नागरिकों को वास्तव में टिकाऊ और लगातार मानवीय मदद की जरूरत है, जिसमें पानी स्टेशनों के लिए ईंधन भी शामिल है।’ इजरायल ने 20 ट्रकों के जरिए सहायता पहुंचाने की इजाजत दी है।

लेकिन ईंधन को सीमा पार करने से रोक लगा दी है। टौमा का कहना है कि पानी की आपूर्ति के लिए जल पंपों को बिजली देनी होगी, जिसके लिए ईंधन चाहिए। गाजा में पानी खत्म हो रहा है। कुछ जगहों पर यह पूरी तरह खत्म हो चुका है।

गाजा में हर व्यक्ति को प्रतिदिन 100 लीटर पानी की जरूरत होती है। लेकिन युद्ध से पहले सिर्फ 84 लीटर मिल रहा था। WHO के मुताबिक युद्ध के बाद यह तीन लीटर प्रतिदिन हो गया है।

20 ट्रकों को मिली एंट्री

इजरायल में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि रफा क्रॉसिंग शनिवार को सुबह 10 बजे खुला। 20 ट्रकों के गाजा में घुसने के बाद क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया। रफाह क्रॉसिंग जब खुला तो मिस्र की तरफ मौजूद लोगों ने जश्न मनाया।

पिछले 14 दिनों से हमास और इजरायल के बीच युद्ध चल रहा है। 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था। इस हमले के बाद इजरायल जवाबी कार्रवाई कर रहा है। लगातार गाजा पर बम बरसाए जा रहे थे, जिसके कारण सहायता नहीं पहुंच पा रही थी।