अमेरिका में इजराइल को सहायता देने वाला विधेयक पारित होने के बाद हो रहा है अब विरोध, जानें वजह

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(www.arya-tv.com) अमेरिका में इजराइल को सहायता देने को लेकर बवाल मच गया है। जहां, अमेरिका के हाउस ऑफ कॉमन्स यानी सदन में इजराइल की सहायता के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं उसके सीनेट में इस विधेयक के खिलाफ जमकर बयानबाजी हुई। अमेरिकी सदन ने हमास के साथ चल रहे युद्ध के बीच इजराइल को 3.14 अरब डॉलर की सहायता देने के लिए गुरुवार को एक विधेयक पारित किया। हालांकि, इस कदम के बाद डेमोक्रेटिक सांसदों के साथ टकराव होने की उम्मीद है। हाल ही में, माइक जॉनसन को सीनेट का अध्यक्ष (स्पीकर) नियुक्त किया गया है।

सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने हाउस जीओपी विधेयक को बहुत ही गलत प्रस्ताव करार दिया है। उन्होंने कहा है कि सीनेट इस पर विचार नहीं करेगी।

बता दें, डेमोक्रेट को इस विधेयक पर इसलिए आपत्ति है क्योंकि इसमें यूक्रेन की सहायता के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। सांसदों ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के लिए अतिरिक्त सुरक्षा सहायता के साथ इजराइल को सहायता देने का आह्वान किया है। विशेष रूप से सीनेट में, इजराइल को सहायता और यूक्रेन को आने वाले समय में सहायता के लिए द्विदलीय समर्थन है।

रिपोर्ट के अनुसार, सीनेट में कई रिपब्लिकन यूक्रेन को और अधिक सहायता भेजने का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से दोनों पार्टियों के सांसदों के बीच मतभेद पैदा हो गया है।

इजराइल को सहायता मुहैया कराने के प्रयास में सीनेट आंतरिक राजस्व सेवा (आईआरएस) के लिए 14.3 अरब डॉलर की फंडिंग को रद्द कर देगा। इस पर, गैर पक्षपाती सांसदों के बजट कार्यालय का कहना है कि आईआरएस फंडिंग में कटौती करके इजराइल को सहायता देने से घाटा होगा। इसके परिणामस्वरूप 10 वर्षों में राजस्व में लगभग 26.8 अरब डॉलर का नुकसान होगा।

डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों का कहना है कि फंडिंग में कटौती करके इजराइल को सहायता नहीं देना चाहिए। उन्होंने जीओपी प्रस्ताव को गैर-गंभीर बताने के लिए सीबीओ मूल्यांकन पर जोर दिया है।

शूमर ने कहा कि सीनेट इस प्रस्ताव पर विचार नहीं करेगी। इसके बजाय, हम अपने स्वयं के द्विदलीय आपातकालीन सहायता पैकेज पर मिलकर काम करेंगे, जिसमें इजराइल और यूक्रेन को सहायता देना, चीनी सरकार के साथ प्रतिस्पर्धा करना और गाजा में मानवीय सहायता शामिल है।