रिटायर्ड होने के बाद नौकरी करने का आरोप, डीएम को धमकाने का अभियुक्त भी है दुर्गा प्रसाद

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(www.arya-tv.com)  अयोध्या जिले के सीएचसी मिल्कीपुर में तैनात स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद यादव फर्जी मार्क शीट के सहारे नौकरी हासिल करने के जुर्म में फैज़ाबाद की एसीजेएम प्रथम न्यायालय ने 29 अक्टूबर को तलब किया है।दो अंक पत्र और दो जन्मतिथि के सहारे रिटायर्ड होने के बाद नौकरी करने का आरोप हैl

गोरखपुर में जन्मतिथि 1960 बताकर नौकरी की
स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद ने पहले फर्जी अंकपत्र के सहारे 22 जून 1981को गोरखपुर में नौकरी हासिल की जिसमें दुर्गा प्रसाद यादव की जन्म तिथि 15 अप्रैल 1960 थी। जिस विद्यालय से दुर्गा प्रसाद ने हाई स्कूल और इंटर मीडिएट किया उस स्कूल ने जन सूचना के माध्यम से यह बताया है की यह अंकपत्र हमारे विद्यालय से नही है।

जिसके अनुसार दुर्गा प्रसाद यादव को अब तक सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए था। मगर ऐसा नहीं हुआ।22 जून 1990 को स्थानांतरण प्रमाणपत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीर पुर के लिए निर्गत कराया गया। जिसका जिक्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर ने 4 अप्रैल 2012 को दिए गए जन सूचना में किया है।

मानव संपदा पोर्टल हमीरपुर और फैज़ाबाद एक साथ दिखा रही नियुक्ति
लेकिन मानव संपदा पोर्टल पर दुर्गा प्रसाद यादव की नियुक्ति 1 दिसंबर 1990 को हमीरपुर और फैज़ाबाद एक साथ दिखाती है। अब नई नियुक्ति हमीरपुर और फैज़ाबाद जिसमें जन्मतिथि 15 अप्रैल 1970 है। एक ही व्यक्ति की दो जन्मतिथि दो अंकपत्र भिन्न भिन्न और स्कूल का नाम एक ही रहा।

419,420,467,468 जैसी गम्भीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हो चुका है
बीते वर्ष 2012 में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फैज़ाबाद की अदालत ने दुर्गा प्रसाद पर 419,420,467,468 जैसी गम्भीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था दुर्गा प्रसाद ने अपने प्रभाव और बिबेचना अधिकारी से सांठगांठ कर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगवाकर लिया था। इतना ही नहीं वर्ष 2006 में तात्कालिक जिलाधिकारी फैज़ाबाद (अयोध्या) आमोद कुमार को धमकाने के मामले में भी कोतवाली नगर फैजाबाद में मुकदमा पंजीकृत हुआ था जिस मुकदमे में जमानत करा कर बाहर है ‌।