महंगाई की मार:छह महीने में दूसरी बार बढ़ेंगे एसी-फ्रिज के दाम, 3 माह में धीरे-धीरे होगा इजाफा

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(www.arya-tv.com)इस महीने और उसके बाद एसी, फ्रिज, टीवी जैसे होम अप्लायंसेस खरीदना 4-5% महंगा पड़ सकता है। एसी, फ्रिज जैसे कूलिंग प्रोडक्ट्स के अलावा माइक्रोवेव और डिशवॉशर जैसे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के दाम भी 6 महीनों में दोबारा बढ़ने के आसार हैं। व्हाइट गुड्स इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि बीते 6 महीनों में स्टील और कॉपर जैसे कच्चे माल की कीमतें 20-21% तक बढ़ गई हैं। इसका असर व्हाइट गुड्स पर दिख रहा है।

इससे पहले जनवरी-फरवरी में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के दाम बढ़े थे। इस साल की पहली छमाही में होम अप्लायंसेस के दाम 12% तक बढ़ गए हैं और अब भी 7-8% बढ़ोतरी की संभावना है। जुलाई में 3-5% बढ़ोतरी देखने मिल सकती है।

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेस मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सिएमा) के प्रेसिडेंट और गोदरेज एंड बॉयस के बिजनेस हेड एवं ईवीपी कमल नंदी का कहना है कि कई कंपनियों द्वारा प्रोडक्ट्स के दाम एक बार बढ़ाने की जगह जुलाई, अगस्त, सितंबर में थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ाने की योजना है। कमोडिटी के दाम काफी बढ़ गए हैं। हालांकि पॉलिमर के दाम थोड़ा घट गए हैं, लेकिन कुल लागत बढ़ने के चलते कूलिंग प्रोडक्ट्स और होम अप्लायंसेस के दाम बढ़ाना इंडस्ट्री की मजबूरी है।

एक साल में मेटल के दाम दोगुने हुए

मेटल जून 2020 (कीमत रु. में) जून 2021 (कीमत रु. में)
स्टील (एचआरसी 2.5-8 मिमी) 35.90 हजार 69 हजार
स्टील (सीआरसी) 41.70 हजार 86 हजार
कॉपर (एलएमई) ग्रेड ए कैथोड 4.35 लाख 7.40 लाख

नोट: सभी दाम मुंबई के होलसेल मार्केट में रुपए प्रति टन

मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ी
पैनासोनिक इंडिया एंड साउथ एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ मनीष शर्मा कहते हैं कि बढ़ती लागत को देखते हुए एसी और फ्रिज के दाम जुलाई में 4-5% बढ़ सकते हैं। कच्चे माल के दाम बढ़ने से व्हाइट गुड्स की मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ी है।

दाम बढ़ाना मजबूरी
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेस मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट कमल नंदी कहते हैं कि स्टील,कॉपर और एल्युमिनियम के दाम बढ़ने से होम अप्लायंसेस कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। दाम तीन महीनों में थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ाए जाएंगे। –

कोरोना की दूसरी लहर में प्रभावित हुई बिक्री
साल के शुरुआती तीन महीने अच्छे गुजरने के बाद अप्रैल-जून ह्वाइट गुड्स इंडस्ट्री के लिए ठीक नहीं रहे। कोविड महामारी की दूसरी लहर से देशभर में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन रहा और गर्मियों के पीक सीजन में भी एसी, फ्रिज की बिक्री नहीं हो पाई। सिएमा के सूत्रों के मुताबिक अप्रैल में होम अप्लायंसेस की बिक्री आधी रह गई। मई में बिलकुल बिक्री नहीं हुई और जून में लगभग 70% बिक्री हुई। अब चूंकि मानसून आ गया है, लिहाजा कूलिंग कैटेगरी में सेल की ज्यादा उम्मीद नहीं है।