सच्चा हिंदू तिरुपति बालाजी मंदिर में एक रुपया नहीं चढ़ाएगा

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विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत

  • सच्चा हिंदू तिरुपति बालाजी मंदिर में एक रुपया नहीं चढ़ाएगा

आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी देवस्थान के विषय में आंध्र प्रदेश सरकार की एक बड़ी विचित्र घटना के कारण आलोचना हो रही है और हिंदुओं में आक्रोश फैल रहा है। बात तो यहां तक होने लगी है की नेट पर लोग यह अपील करने लगे हैं की तिरुपति बालाजी में कोई सच्चा हिंदू सच्चा सनातनी एक पैसा भी हुंडी में नहीं चढ़ाएगा।

इसका कारण तिरुपति बालाजी की हुंडी में आया हुआ धन केवल और केवल सरकार के खर्चे में ही खर्च किया जाता है और यह पैसा मस्जिद और चर्च की सहायता हेतु पूरा का पूरा दे दिया जाता है। पिछले दिनों यह भी सुनने में आया की तिरुपति बालाजी देव स्थान के मुख्य ट्रस्टी के पद पर एक क्रिप्टो ईसाई जिसको वाई वी सुब्बारेड्डी के नाम से जानते हैं और जो क्रिप्टो जग जगनमोहन रेड्डी के चाचा है। जगनमोहन रेड्डी ने चुनाव के पहले ईसायत से हिंदू में कन्वर्ट होने के लिए शपथ ली थी और हिंदुओं के वोट प्राप्त कर सत्ता पाई थी किंतु सत्ता में आने के बाद वह सिर्फ आंध्र प्रदेश में ईसाइयत के प्रचारक बनकर रह गए। उनके चाचा ईसायत को बढ़ाने के लिए और चर्च को बनाने के लिए मशहूर व्यक्ति है। इन पर इस तरीके के अनेकों आरोप है जो नेट पर देखे जा सकते हैं। कुछ दिन पूर्व कुछ भक्तों ने और ट्रस्टियों ने मांग की थी कि तिरुपति बालाजी जी के मंदिर की नीव और भवन कमजोर पड़ते जा रहे हैं इस कारण इस पर कुछ खर्च किया जाए और जिसके लिए केवल एक प्रतिशत मंदिर की आय मंदिर पर खर्च की जाए।

आश्चर्य तो तब हुआ जब सरकार के एक आदेश पत्र के अनुसार आंध्र प्रदेश सरकार ने अनुदान राशि का एक प्रतिशत भी मंदिर पर खर्च करने में असमर्थता दिखाई और इस संदर्भ में पत्र भी नेट पर मौजूद है। हालांकि इस पत्र की पुष्टि और आर्य टीवी नहीं कर पाया है। ज्ञात हो इसके पहले तिरुपति बालाजी देवस्थान की हजारों एकड़ जमीन सरकार ने अधिग्रहण कर कई चर्च को और मस्जिद को प्रदान कर दी है। रेड्डी का झूठा सरनेम लगाकर जाति के नाम पर रेड्डी समुदाय के वोट बटोरे जाते हैं। देवी ज्ञात हो आंध्र प्रदेश में रेड्डी सरनेम एक शक्तिशाली और सत्ता के निकट समुदाय का होता है।

यह भी ज्ञात हो कि तिरुपति बालाजी देव स्थानम् ट्रस्ट की प्रतिवर्ष की आय 10 अरब रुपए से अधिक की होती है। इस मंदिर के पास लगभग ढाई लाख करोड़ की संपत्ति है जिसमें 10 टन से अधिक सोना मौजूद है। वर्ष 2019 में चुनाव आयोग ने एक ट्रक में 1400 किलो सोना पड़ा था जो इस मंदिर का था और उसको तमिलनाडु ले जाया जा रहा था।

019 में चुनाव आयोग ने एक ट्रक में 1400 किलो सोना पड़ा था जो इस मंदिर का था और उसको तमिलनाडु ले जाया जा रहा था।