(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में एक कुत्ते के निशाने पर पूरा परिवार है. कहा जा रहा है कि पिटाई का बदला कुत्ता परिवार के सदस्यों को काटकर ले रहा है. आलम यह है कि पूरा परिवार घर में कैद है. इस खबर से को सुनकर हर कोई हैरान है कि ऐसा कैसे हो सकता है. गांव में एक ही घर को कुत्ता कैसे निशाना बना सकता है? लेकिन सच्चाई यही है कि एक कुत्ते के आतंक से इस परिवार ने अपने आपको घर में कैद कर रखा है, क्योंकि जैसे ही कोई सदस्य घर के बाहर दीखता है तो कुत्ता उस पर हमला कर देता है .
हैरानी की बात यह है कि कुत्ता गांव के किसी भी अन्य व्यक्ति को कुछ नहीं करता. उसका व्यवहार बिल्कुल सामान्य रहता है, लेकिन इस परिवार के किसी भी सदस्य को देखते ही वह उन्हें काटने के लिए दौड़ा लेता है. घर के मुखिया को 8 बार तो उनकी पत्नी को दो बार काट भी चुका है. कुत्ते के आतंक से छुटकारा पाने के लिए पीड़ित परिवार थाने, एसडीएम, डीएम, एसपी और सीएम तक से गुहार लगा चुका है, लेकिन अभी तक उसे कहीं से मदद नहीं मिल पाई है.
घर के मुखिया को आठ बार काटा
पूरा मामला अम्बेडकरनगर जिले के सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अमौली गांव का है. यहां कृष्ण कुमार उपाध्याय अपने परिवार के साथ रहते हैं. परिवार में उनकी पत्नी, बेटा, बहू, पोता और पोती रहती हैं. बीते 17 जनवरी को गांव में घूमने वाले कुत्ते ने काट लिया. पहले तो यह एक सामान्य सी बात लगी, लेकिन इसके बाद वह कुत्ता कृष्ण कुमार उपाध्याय को जब भी देखता काटने को दौड़ पड़ता और यह सिलसिला बढ़ता ही गया. अब इनके साथ-साथ परिवार के किसी भी सदस्य को देखता है तो काटने को दौड़ पड़ता है. कृष्ण कुमार उपाध्याय को अब तक 8 बार काट चुका है. इनके पूरे शरीर मे कई टांके लगे हैं. इनकी पत्नी को भी दो बार काट चुका है. परिवार के अन्य सदस्यों को भी कई बार काटने के लिए दौड़ा चुका है.
गांव के किसी भी व्यक्ति पर नहीं करता हमला
ताज्जुब की बात यह है कि कुत्ते ने गांव के किसी भी अन्य व्यक्ति को आज तक नहीं काटा है. बताते हैं कि गांव के छोटे-छोटे बच्चों के साथ वह खेलता भी है. बच्चे उसे पकड़ते हैं, लेकिन उन्हें वह नहीं काटता है. लेकिन कृष्ण कुमार उपाध्याय या उनके परिजनों को देखते ही उसका व्यवहार बदल जाता है. उसका खौफ इतना है कि परिवार घर से बाहर निकलने में भी डर रहा है. दोनों बच्चे घर में कैद हैं और बड़े सदस्य एहतियात के बाद ही निकलते हैं. कृष्ण कुमार ने गांव के व्यक्ति पर उस कुत्ते को पालने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से शिकायत भी की थी. इसको लेकर एक बार गांव में एक पंचायत भी हो चुकी है. बताया जा रहा है कि जब पंचायत हो रही थी तो उस समय वह कुत्ता भी जाकर वहां बैठा था और पंचायत के बाद लौट रहे कृष्ण कुमार को काट लिया था. पूरा परिवार कुत्ते के खौफ के साये में जी रहा हैं और अपने ही घर मे कैद है और प्रशासनिक मदद का इंतजार कर रहा है.