अफ्रीकी देश कांगो से एक बेहद हैरान करने वाली घटना, सैनिक ने गोली मारकर अपने ही दो बच्चों की ले ली जान

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(www.arya-tv.com) सेंट्रल अफ्रीकी देश कांगो से एक बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक सैनिक ने अपने ही परिवार और रिश्तेदारों को गोलियों से भून डाला। 10 बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गई। सैनिक के एक बेटे की मृत्यु हो गई थी। वह अपने बेटे को आखिरी बार देखने के लिए घर आ रहा था। सैनिक अभी घर भी नहीं पहुंचा था कि परिवार वालों ने बेटे को दफना दिया। जब सैनिक घर पहुंचा और उसे पता चला कि बेटे को दफना दिया गया है।वह आग बबूला हो गया। गोली मारकर उसने अपने दो और बच्चों की जान ले ली।

गोलीबारी का ये मामला डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के इटुरी प्रांत में न्याकोवा स्थित फिशिंग गांव का है। इटुरी में सेना के एक प्रवक्ता जूल्स एनगोंगो ने बताया कि शनिवार रात की इस घटना में सैनिक ने अपनी पत्नी, दो बच्चों और ससुराल वालों को गोलियों से छलनी कर दी। इसके बाद वहां मौजूद अन्य लोगों पर भी सैनिक ने गोलियां चला दी। सैनिक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। सेना ने जवान को पकड़ने के लिए एक टीम उसके पीछे लगा दी है।

सैनिक प्रांत के ही दूसरे गांव में था तैनात

इटुरी स्थित फिशिंग गांव के प्रमुख ने बताया कि सैनिक उसी प्रांत में था. उसकी पोस्टिंग किसी दूसरे गांव में हो रखी थी। उसके बेटे की जब मौत हो गई तो उसे खबर दी गई। जानकारी मिलते ही वह अपने घर के लिए रवाना हो गया। चूंकी वह एक सैनिक है तो अपना हथियार भी साथ ले गया।घर पहुंचते ही वह दंग रह गया कि बिना इजाजत और उसकी मौजूदगी के बेटे को कैसे दफ्ना दिया। उसने परिवार वालों गुस्सा किया। देखते ही देखते वह आपे से बाहर हो गया और गोलियां चलानी शुरू कर दी।

दशकों से हिंसा की चपेट में कांगो

दशकों से, पूर्वी कांगो 100 से ज्यादा सशस्त्र समूहों के बीच लड़ाई में फंसा हुआ है। इस सप्ताह युनाइटेड नेशन ने चेतावनी दी थी कि पूर्वोत्तर कांगो में हिंसा बढ़ सकती है। यहां अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई है। मई 2021 में, राष्ट्रपति फेलिक्स त्सेसीकेदी ने इटुरी और उत्तरी किवु प्रांतों में इमरजेंसी घोषित कर दिया था। पिछले महीने इसी प्रांत में एक लाला शरणार्थी शिविर पर हुए हमले में 46 लोग मारे गए थे। इनमें आधी संख्या बच्चों की थी।