आगरा में 24 घंटे के 27 नये मरीज, आंकड़ा पहुंचा 667

Agra Zone UP

आगरा।(www.arya-tv.com) कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए चैन ब्रेक नहीं हो पा रही है। प्रदेश में आगरा एक मात्र ऐसा जिला है जहां कोरोना वायरसका कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार को यहां सर्वाधिक तीन मौत हुईं। 24 घंटे के अंदर कोरोना संक्रमण के 27 नये मरीज सामने आए। हालांकि 28 मरीज ठीक होकर अपने घर भी चले गए। अब आगरा में संक्रमितों की कुल संख्‍या 667 पर पहुंच गई है। जिनमें 19 मौत हैं और 269 लोग ठीक हो चुके हैं।

आगरा में पूल सैंप‍लिंग के बाद से कोरोना संक्रमितों मरीजों की संख्‍या में तेजी बढ़ी है। नये मामलों में सेंट्रृल जेल के सजायाफ्ता कैदी सहित थोक दवा कारोबारी, गर्भवती और सघन चिकित्सा कक्ष आइसीयू में भर्ती मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फव्वारा थोक दवा बाजार की बोहरे राम गोपाल मार्केट में 40 साल के शमसाबाद रोड स्थित कॉलोनी निवासी दवा कारोबारी की थोक की दुकान है। वे श्री पारस हॉस्पिटल के साथ ही शहर के निजी अस्पतालों में दवाओं की सप्लाई करते थे। श्री पारस हॉस्पिटल में एक के बाद एक कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद उन्होंने जांच कराई, रिपोर्ट निगेटिव आइ।

करीब 10 दिन पहले उन्हें बुखार आने लगा, उन्होंने दुकान पर आना बंद कर दिया। निजी लैब से जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं, 28 साल की बालूगंज निवासी गर्भवती महिला की जांच कराई गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। छत्ता बाजार क्षेत्र की 40 साल की महिला निजी अस्पताल के आइसीयू में भर्ती थी। इनकी जांच कराई गई, कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं, पश्चिमपुरी निवासी 42 साल के युवक और उनकी 40 साल की पत्नी ने जांच कराई, उनकी रिपोर्ट भी पॉ​जिटिव आई है।

एक और थोक दवा कारोबारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद बुधवार को फव्वारा थोक दवा बाजार बंद रहा। यहां सबसे पहले बोहरे राम गोपाल मार्केट की थोक दवा की दुकान के कर्मचारी के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद संचालक के बेटे और पुत्र वधु और कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद तीन और थोक दवा कारोबारी पॉजिटिव आ चुके हैं, कर्मचारियों में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। ऐसे में थोक दवा की दुकान नहीं खुली।

गुरुवार को थोक दवा बाजार सुबह 11 से शाम पांच बजे तक खुलेगा, आगरा महानगर केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष शर्मा और जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशु शर्मा ने अपील की है कि मेडिकल स्टोर संचालक एक बार में अधिक मात्रा में दवा खरीद लें, जिससे बार बार थोक दवा बाजार ना आना पडा। दवा बाजार में आने से पहले फोन और वाटस एप पर अपनी डिमांड लिखवा दें। वहीं, एक्सपायर दवाओं को कंपनी को तीन महीने में वापस करने का प्रावधान है, लॉक डाउन में यह नियम लागू नहीं होगा, इसलिए दवा का स्टॉक करने वाले कारोबारी परेशान ना हों।

अवधेशपुरी निवासी 58 साल के रोडवेज बस के ईदगाह डिपो पर तैनात परिचालक को बुखार आने पर 30 अप्रैल को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वे मधुमेह रोगी भी थे, यहां उनके कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए गए। दो मई को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आने पर बेहतर इलाज के लिए स्वजनों ने उन्हें सिकंदरा क्षेत्र में हाइवे स्थित अस्पताल में भर्ती कर दिया। वहां उनकी तबीयत बिगडने पर वेंटीलेटर पर रखा गया, उनकी निजी लैब से जांच कराई गई। इसमें कोरोना की पुष्टि होने पर मंगलवार रात को एसएन के आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया। यहां देर रात उनकी मौत हो गई। वहीं दो मई को लेडी लॉयल में प्रसव के लिए लाई गई महिला पुलिस सिपाही की भी मौत हो गई। महिला सिपाही ने बच्‍ची को नार्मल डिलीवरी से जन्‍म दिया था। इसके थोड़ी देर बाद उसे घर भेज दिया गया। सिकंदरा थाना क्षेत्र निवासी महिला सिपाही तभी से बुखार से पीडि़त थी। डिलीवरी के वक्‍त उसकी कोरोना की जांच के लिए सैंपल भी लिये गए थे। बुधवार को उसकी तबियत बिगड़ी तो स्‍वजन हॉस्पिटल लेकर दौड़े लेकिन उसने रास्‍ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद आई रिपोर्ट में महिला सिपाही में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके अलावा एंटी रोमियो स्‍क्‍वॉड में तैनात सिपाही की बीते दिनों मृत्‍यु हो गई थी। उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।