जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज पहले शुक्रवार को श्रीनगर में 18 हजार लोगों ने नमाज अदा की है। वहीं बडगाम में 7500 और अनंतनाग में 11 हजार लोग नमाज पढ़ने के लिए घरों से बाहर निकले। शुक्रवार की शाम तक बारामुला, कुलगाम और सोपिया में चार हजार से भी कम लोग नमाज के लिए एकत्रित हुए।
जम्मू में नमाज अदा करने के लिए मस्जिद जाने वालों में हिजाब पहनी महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। लाल बाजार की निवासी नूर जहां का कहना है, “नमाज कोई नहीं रोक सकता।” नूर जहां ने कहा कि उसे नमाज अदा करने से किसी भी सुरक्षा बल ने नहीं रोका था।
प्रशासन का कहना है कि नमाज को मोहल्ले की मस्जिदों में छोटे समूहों में इजाजत दी गई है। हालांकि बड़ी मस्जिदों जैसे जामिया मस्जिद और हजरतबाई में इजाजत नहीं दी गई है, ऐसा इसलिए क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोग नमाज के लिए जुटते हैं। सेल्स डिपार्टमेंट में काम करने वाले जाकिर का कहना है, “गाड़ियों और दो पहिया वाहनों को किसी भी मस्जिद के नजदीक इजाजत नहीं दी गई है। मैं पहले अपनी मां को लेकर आया और फिर दोबारा में अपने बेटे को लाया।”