सीबीआई मुख्यालय में चिदंबरम ने काटी रात, आज कोर्ट में होंगे पेश

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आईएनएक्स मीडिया मामले में घिरे वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को सीबीआई ने आखिर गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई मुख्यालय में चिदंबरम से अधिकारियों ने पूरी रात पूछताछ की। वहीं आज उन्हें राउज ऐवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान चिदंबरम को डिनर दिया गया, लेकिन उन्होंने कुछ भी खाने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने चिदंबरम से कई सीधे सवाल पूछे। टीवी चैनलों की रिपोर्ट की मानें तो चिदंबरम ने रात में अकेले डर लगने का हवाला देकर हवालात जाने से इनकार कर दिया जिसके बाद सीबीआई के एक अधिकारी कमरे में उनके साथ रुके रहे। बताया जा रहा है कि चिदंबरम से सीबीआई की टीम अभी भी पूछताछ कर रही है। वहीं कांग्रेस ने सुबह 10 बजे प्रेस कॉफ्रेंस करने वाली है।

बुधवार को ऐसे चला घटनाक्रम…..
8:15 बजे: कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे चिदंबरम
8:25 बजे: कांग्रेस दफ्तर से घर के लिए निकले
8:40 बजे: जोरबाग स्थित अपने घर पहुंचे चिदंबरम
8:44 बजे: सीबीआई टीम चिदंबरम के घर के लिए निकली
9:00 बजे: सीबीआई टीम दीवार फांदकर घर में घुसी
9: 05 बजे: ईडी की टीम भी पहुंची
9:15 बजे: दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची
9:45 बजे: सीबीआई मुख्यालय लाए गए चिदंबरम
10:16 बजे: गिरफ्तार किए गए पूर्व वित्त मंत्री

घूस के पैसे से खरीदे गए थे टेनिस क्लब और कॉटेज
ईडी के जब्ती आदेश के मुताबिक, ईडी चिदंबरम से पूछना चाहता है कि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने स्पेन में जो टेनिस क्लब, यूके में कॉटेज के साथ-साथ देश-विदेश में कुछ अन्य संपत्तियां खरीदीं, उनके पैसे कहां से आए थे। कार्ति ने ये संपत्तियां 54 करोड़ रुपये में खरीदीं। ईडी ने अक्तूबर 2018 में एक अटैचमेंट ऑर्डर पास किया था, जिसके मुताबिक ये सारी संपत्तियां आईएनएक्स मीडिया केस में घूस के पैसे से खरीदी गई थीं। चिदंबरम इस केस में अपने बेटे के साथ सह-अभियुक्त हैं। स्पेन के बार्सिलोना में खरीदी गई जमीन और टेनिस क्लब की कीमत 15 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ईडी और सीबीआई पिता-पुत्र के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग केस और एयरसेल-मैक्सिस 2जी स्कैम केस की जांच कर रही है।

रडार पर आए थे चिदंबरम
सीबीआई की 15 मई, 2017 को दर्ज एफआईआर में आरोप है कि 2007 में चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड ने आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेश से 305 करोड़ रुपये की रकम लेने को मंजूरी दी थी। 2018 में इस मामले में ईडी ने भी एफआईआर दर्ज की थी। 3,500 करोड़ रुपये के एयरसेल मैक्सिस सौदे में भी चिदंबरम की भूमिका की जांच की जा रही है। 2006 में मलयेशियाई कंपनी मैक्सिस ने एयरसेल में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली थी। इस मामले में रजामंदी देने को लेकर चिदंबरम पर अनियमितताएं बरतने का आरोप है। चिदंबरम 2006 में हुए इस सौदे के वक्त पहली यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे। आरोप है कि विदेशी निवेश को मंजूरी देने की वित्त मंत्री की सीमा महज 600 करोड़ है फिर भी 3,500 करोड़ रुपये के एयरसेल-मैक्सिस डील को आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की इजाजत के बिना पास कर दिया गया था। 2जी से जुड़े इस केस में चिदंबरम और उनके परिवार पर हवाला मामले में केस दर्ज है। चिदंबरम तब जांच एजेंसियों के रडार पर आए जब आईएनएक्स मीडिया के प्रमोटर इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी से ईडी ने पूछताछ की। इंद्राणी ने जांच अधिकारियों को बताया कि चिदंबरम ने बोर्ड की मंज़ूरी के बदले कार्ति को विदेशी धन के मामले में मदद करने की बात कही थी।