जगराते में गाने वाली इस सिंगर का आज बॉलीवुड में चलता है सिक्का

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बॉलीवुड में अपनी सुरीली आवाज से पहचान बनाने वाली रिचा शर्मा आज लाखों लोगों के दिलों पर राज करती हैं। उन्होंने फिल्मी दुनिया में गायिकी के बल पर जो मुकाम हासिल किया वो महिलाओं की बड़ी प्रेरणाओं से कम नहीं है।

 

रिचा का जन्म जन्म 29 अगस्त 1980 में हुआ था। रिचा के पिता स्वर्गीय पंडित दयाशंकर प्रसिद्ध कथावाचक व शास्त्रीय गायक थे। जिनकी प्रेरणा से रिचा ने संगीत की शिक्षा ली। बचपन से ही रिचा की संगीत के प्रति रूचि थी। करीब 30 वर्ष पूर्व उनका परिवार पटियाली छोड़कर फरीदाबाद चला गया और अब परिवार मुंबई में रहता है। 

रिचा शर्मा ने 8 साल की उम्र में जगराते में पहली बार गाना गाया था, तब उन्हें 11 रुपये मिले थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो रुपये आज भी उन्होंने संभाल कर रखे हैं। रिचा ने कहा था, ‘पिता जी कहते थे अगर तुम्हें प्लेट में बनी बनाई रोटी मिल जाएगी, तो क्या स्वाद? मजा तो तब है, जब खुद बीज बोओ, काटो, पीसो, पकाओ और फिर खाओ…जब मैं बहुत छोटी थी तभी पिताजी को आभास हो गया था कि मैं एक गायिका बनूंगी। उन्होंने सबसे सामने यह बात कही थी कि मेरी बेटी संगीत में नाम कमाएंगी। मैंने शहंशाही तरीके से संघर्ष किया है।’
जगरातों में गाने वाली एक लड़की के लिए बॉलीवुड का सफर तय करना आसान नहीं था। उन्होंने पिता से भजन गायन सीखा। एक लाइव शो के सिलसिले में ऋचा 1995 में मुंबई गईं। यहां पहली बार उन्होंने एक कार्यक्रम में माता के भजन गाए, इसी दौरान उन्हें ‘सलमा पे दिल आ गया’ फिल्म में गाने का मौका मिला। इस फिल्म के बाद रिचा शर्मा को फिल्मों में मौके मिलने लगे। उन्होंने शाहरुख खान स्टारर फिल्म कल हो न हो और ओम शांति ओम के लिए गाने गाए
रिचा शर्मा फिल्म जन्नत में ‘चार दिनों का प्यार ओ रब्बा लंबी जुदाई…’, फिल्म साथिया में ‘छलका-छलका…’ और फिल्म ओमकार में ‘बिल्लो रानी’ जैसे गीत गाकर लाखों लोगों के दिलों पर राज करने लगीं। रिचा शर्मा का सूफियाना कलाम और भजन गाने का सिलसिला लगातार जारी है।