एक बार फिर कप्तान विराट को घेरने की तैयारी में रबाडा

Game

भारतीय टीम का मुकाबला अब दक्षिण अफ्रीका से होना है और मेहमान टीम के तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा इसके लिए तैयार नजर आ रहे हैं। रबाडा का मानना है कि आगामी टी20 और टेस्ट सीरीज खराब दौर से जूझ रही उनकी टीम के लिए दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खुद को परखने का सुनहरा मौका है। रबाडा ने साथ ही कहा कि मेजबान टीम के कप्तान विराट कोहली को आउट करना बड़ी चुनौती होगी।

दक्षिण अफ्रीकी टीम 15 सितंबर से शुरू हो रही सीरीज में तीन टी20 और तीन टेस्ट खेलेगी। उनके पास कमोबेश युवा टीम है जिसमें रबाडा और कप्तान क्विंटन डि कॉक सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं।

चुनौतीपूर्ण साल
रबाडा ने कहा, ‘अगले कुछ साल हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हैं। यह एक सफर है। टीम को अपनी क्षमता पर भरोसा है और अब देखना है कि भारत दौरा कैसा रहता है।’ विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद यह दक्षिण अफ्रीका का पहला दौरा है। दूसरी ओर भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 है लेकिन टी20 में चौथे स्थान पर है।

भारत को हरा सकती है दक्षिण अफ्रीकी टीम
रबाडा ने कहा, ‘यह बदलाव का दौर है। मुझे खुशी है कि उन खिलाड़ियों के साथ खेल रहा हूं जिनके साथ स्कूल में क्रिकेट खेला है।’ उन्होंने कहा कि अनुभव के अभाव के बावजूद उन्हें लगता है कि दक्षिण अफ्रीकी टीम भारत को हरा सकती है। उन्होंने कहा ,‘कुछ को संदेह होगा। भारतीय टीम के खिलाफ जो खिलाड़ी नहीं खेले हैं, खासकर इतनी बेहतरीन टीम के खिलाफ, हमें देखना है कि हम कहां ठहरते हैं। मुझे लगता है कि हम जीतेंगे। यह रोमांचक है और काफी मजा आएगा।’

विराट सर्वश्रेष्ठ, आउट करना चुनौतीपूर्ण
भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करना दक्षिण अफ्रीका के युवा गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। रबाडा ने कहा, ‘सफेद गेंद के प्रारूप में विराट कोहली सर्वश्रेष्ठ हैं। वह महान खिलाड़ियों की जमात का हिस्सा हैं। उनके खिलाफ खेलना भी किसी कसौटी पर खुद को कसने से कम नहीं है। हम बेखौफ होकर उन्हें गेंदबाजी करेंगे। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को गेंदबाजी करने का अपना ही मजा है।’

युवा टीम के पास मौका
24 वर्षीय रबाडा ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य खुद को सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ आंकना है। भारतीय टीम काफी कामयाब रही है। हमारी टीम में कई बदलाव हुए हैं और यह युवा टीम है। नए खिलाड़ियों के लिए यहां खेलना एक चुनौती है।’ दक्षिण अफ्रीकी टीम में फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, हाशिम अमला और डेल स्टेन नहीं हैं। डु प्लेसिस उपलब्ध नहीं थे जबकि अमला और ताहिर क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं और स्टेन का चयन नहीं हुआ।