आर्यकुल कॉलेज में मनाया गया विश्व गौरैया दिवस

Lucknow
लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कॉलेज में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया । विश्व गौरैया दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता हैI जैसा की हम सब जानते हैं कि हर साल गौरैया की संख्या में कमी देखने को मिल रही है जिसके संरक्षण हेतु हर साल ये दिवस 20 मार्च को सुनिश्चित किया गया हैI इस अवसर पर आर्यकुल महाविद्यालय में  इस वर्ष की थीम ” मुझे गौरैया से प्यार है” पर अपशिष्ट पदार्थों के द्वारा गौरैया का घोंसला बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गयाI इस प्रतियोगिता में बी.फार्मा, डी.फार्मा, बीबीए, वी.बी.एड के नितेश भगत, ईशु साहू, काजल यादव, मोनी शुक्ला, आयुषी सिंह, अदीबा खान, अलीमा, निकिता सोनी, पार्थ त्यागी, विजय, शिवांगी, कीर्ति पांडे, श्वेता चौरसिया, रोली सिंह, दीपिका, कली तिवारी ने उत्साह व उल्हास के साथ प्रतियोगिता में भाग लियाI इस अवसर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विनय प्रजापति, आयुषी चौबे, अनुराग राय, कामता नाथ तिवारी, श्रद्धा त्रिपाठी, योगेश मिश्रा, समीक्षा सिंह, प्रियांशी पांडे, कोमल मिश्रा, योगेश मिश्रा, प्रभलीन कौर, लक्ष्मी, हर्ष वैभव श्रीवास्तव ने विश्व गौरैया दिवस पर पोस्टर एवं वीडियो बना कर लोगो को जागरूक किया।
इस अवसर पर आर्यकुल कॉलेज के प्रबंधक निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने कहा की देश में बढ़ते शहरीकरण के कारण करोड़ों पक्षियों की दिल को छूने वाली चहचहाहट गाड़ियों और डीजे के शोर में दब गई है। शरीर और मन को ऑक्सीजन प्रदान करने वाले पेड़ कम हो गए हैं और इसके बजाय घटती ऑक्सीजन और बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के बीच सीमेंट कंक्रीट के बहुमंजिला जंगलों में रहना ही विकास माना जाता है।  मोबाइल टावरों के जरीये फैल रही रेडिएशन भी गौरैया के कम होने का एक मुख्य कारण माना जाता है।
निदेशक महोदय ने कहा की सच्चा पुरस्कार यहीं है कि आपके द्वारा बनाये हुए घोंसले को हमारी गौरैया स्वीकार करें। हम आपको बता दे की विश्व गौरैया दिवस की शुरुआत 2010 में नासिक, भारत के मोहम्मद दिलावर ने की थी। दिलावर ने “नेचर फॉरएवर सोसाइटी” (NFS) की स्थापना की, जो गौरैया की घटती आबादी को बचाने के लिए काम करती है। गौरैया की आबादी पिछले कुछ वर्षों में तेजी से घट रही है। इसके कई कारण हैं, जिनमें शहरीकरण, कीटनाशकों का उपयोग, और आवास का नुकसान शामिल हैं। विश्व गौरैया दिवस पर हमारा उद्देश्य होना चाहिए की हम गौरैया की घटती आबादी के बारे में लोगो को जागरूक करे साथ ही साथ गौरैया के लिए भोजन व पानी के बर्तन, साथ ही साथ उनके रहने के लिए घोंसले व पेड़ लगाये जिससे उन्हें आवास प्रदान हो सकेI इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के फार्मेसी विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य सिंह, फार्मेसी विभाग के एचओडी बी.के सिंह, प्रबंध- पत्रकारिता एवं शिक्षा विभाग की उप निदेशक डॉ. अंकिता अग्रवाल, शिक्षा विभाग के एचओडी प्रणव पांडे के साथ अन्य शिक्षक गण एवं स्टाफ उपस्तिथ रहे।