जान जोखिम में डाल वापस लौट रहे हैं कामगार, ट्रेनों में नहीं मिला कंफर्म टिकट

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(www.arya-tv.com) लोक आस्था का महापर्व छठ समाप्त होते ही कामगारों का प्रदेश लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है. प्रदेश लौटने में फिलहाल सबसे बड़ी बाधा ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिलना है. लोग जैसे तैसे जनरल डब्बे में सफर कर कम पर लौटने का जद्दोजहद कर रहे हैं. ट्रेनों में ऐसी स्थिति देखने को मिल रही है कि आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लोग जान को जोखिम में डालकर जनरल डिब्बे के पायदान पर लटककर सफर कर रहे हैं.

कई ऐसे लोग हैं जो शौचालय में बैठकर यात्रा कर रहे हैं. हालांकि यात्रियों की परेशानी को देखते हुए इस बार आरपीएफ ने सभी स्टेशनों पर खास व्यवस्था की है. ट्रेन के जनरल डब्बे में यात्रा करने वाले लोगों को अंदर बिठाने के लिए आरपीएफ के जवान और जीआरपी तैनात किए गए हैं. इसके बावजूद यात्रियों की परेशानी कम नहीं हो रही है.

ट्रेन का पायदान पड़कर लोग कर रहे हैं सफर
छठ पूजा समाप्त होने के बाद जल्द से जल्द काम पर लौटने के लिए लोग अपनी जान का भी परवाह नहीं कर रहे हैं. खासकर ट्रेनों के जनरल डब्बे की स्थिति बेहद खराब है. कई यात्री तो जनरल डब्बे के अंदर घुस भी नहीं पा रहे हैं. जनरल डब्बे में इतनी भीड़ रहती है की बैठने का जगह तक नहीं मिल पाता है. ऐसे में अगर यात्रियों को बिठाने की कोशिश भी की जा रही है तो बड़ा सवाल यह है कि वह डब्बे के अंदर कहां बैठेंगे.

छपरा जंक्शन पर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त स्वयं यात्रियों को ट्रेन के अंदर बिठाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. हालांकि ट्रेन में जगह नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कत हो रही है. आप छपरा जंक्शन से खुलने वाली दो ट्रेनों स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और वैशाली एक्सप्रेस की तस्वीरें भी देख सकते हैं की कैसे लोग पायदान पर लटककर सफर कर रहे हैं. यात्रियों को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचना रेलवे के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है.

रस्सी के सहारे लोगों की भीड़ को किया जा रहा है नियंत्रित
आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एम के पवार ने बताया कि यात्रियों को रस्सी के सहयोग से नियंत्रित करते हुए सीट तक पहुंचाया जा रहा है. वहीं आरपीएफऔर जीआरपी के जवान यात्रियों को सही सलामत यात्रा करने के लिए संयुक्त रूप से मदद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सबसे पहले यात्रियों को लाइन में लगाया जा रहा है.

उसके बाद ट्रेन के सीट तक जवानों की मदद से पहुंचा जा रहा है. उन्होंने बताया कि महिला एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. रेल प्रशासन उन्हें सीट तक पहुंचने में मदद मदद कर रहा है. इस दौरान पॉकेट मार और नशा खिलाकर लूटने वालों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है.