(www.arya-tv.com)वाराणसी. वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके में पत्नी और उसके तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है. पहले हत्या का शक जिस शख्स राजेंद्र गुप्ता पर था उसका भी शव निर्माणाधीन मकान में मिला. पुलिस पहले राजेंद्र गुप्ता पर है पत्नी और तीन बच्चों की हत्या का शक जता कर उसकी तलाश कर रही थी. लेकिन मोबाइल लोकेशन से जब पुलिस रोहनिया थाना क्षेत्र स्थित उसके निर्माणधीन मकान में पहुंची तो राजेंद्र गुप्ता का शव वहां पड़ा था. जिसके बाद पुलिस के हाथ-पेअर फुल गए. पुलिस को लगा कि हत्या के बाद आत्महत्या का मामला है. लेकिन कहानी में ट्विस्ट अभी बाकी था. यह हत्या और फिर आत्महत्या का नहीं बल्कि पूरे परिवार का खात्मा किया गया था.
जानकारी के मुताबिक पुलिस को राजेंद्र गुप्ता के दो भतीजों की तलाश है. पुलिस की 10 टीमें इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में लगी हैं. बताया जा रहा है कि 1997 में राजेंद्र गुप्ता पर भाई और भाभी की हत्या का आरोप लगा था. इस मामले में वह जेल भी काटकर आया था. कहा जा रहा है कि उसके दो भतीजों ने माता-पिता की हत्या का बदला और प्रॉपर्टी विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. मृतक राजेंद्र गुप्ता की मां भी पोतों पर ही शका जता रही हैं.
दो से तीन गोलियां मारी गई
भदैनी स्थित पॉवर हाउस के सामने की गली में राजेंद्र गुप्ता अपनी पत्नी नीतू, बेटी गौरांगी और बेटों नवनेंद्र व सुबेंद्र के साथ रहता था. मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. पुलिस मौके पर पहुंची तो मृतका की सास ने बताया कि उसके बेटे राजेंद्र गुप्ता और बहू में विवाद चल रहा था. राजेंद्र गुप्ता फरार था, लिहाजा पुलिस का शक उसी की तरफ गया. लेकिन जब उसके मोबाइल लोकेशन से पुलिस उस तक पहुंची तो उसका शव बरामद हुआ. पांचों को दो से तीन गोलियां मारी गई थीं. जिसके बाद अब पुलिस की जांच दूसरी तरफ मुड़ गई है.
गुत्थी सुलझाने में जुटी 10 टीमें
डीसीपी गौरव बांसवाल ने बताया कि पुलिस की 10 टीमें हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि राजेंद्र गुप्ता जिन पर हत्या का शक जताया जा रहा था, उनका शव भी बरामद हुआ है. मामले की अलग-अलग पहलुओं से जांच की जा रही है. जांच के बाद ही हत्या की वजह स्पष्ट होगी.