लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल महाविद्यालय में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर सुंदरकांड व हवन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आर्यकुल महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार हर साल विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर सुंदरकांड पाठ व हवन का आयोजन कराया जाता है। इस अवसर पर आर्यकुल कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने कहा की यह एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो कारीगरों और निर्माणकर्ताओं को समर्पित है। यह एक ऐसा उत्सव है जो कारीगरों के कौशल, परिश्रम और उनके योगदान की प्रशंसा करता है। विश्वकर्मा, निर्माण के देवता के रूप में पूजित होते हैं और इस दिन उनके आशीर्वाद के लिए पूजा की जाती है। शिक्षा संस्थान में उपस्थित सभी लैब उपकरणों, कंप्यूटरो व वाहनों की पूजा विधि-विधान से की गई। पूजा के संपन्न होने पर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया। हम आपको बता दे कि विश्वकर्मा पूजा को विश्वकर्मा जयंती और भाद्र संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। यह जयंती प्रतिवर्ष 17 सितंबर को मनायी जाती है।
इस विशेष दिन कारीगरों, बढ़ई, शिल्पकारों, मशीनरी, लोहार, श्रमिकों द्वारा भगवान विश्वकर्मा की धूमधाम से जयंती मनायी जाती है और उनका पूजन किया जाता है। इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी, उप रजिस्ट्रार हर्ष नारायण सिंह, फार्मेसी विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य सिंह, फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष बी.के सिंह, पत्रकारिता व शिक्षा विभाग की डिप्टी डायरेक्टर डॉ.अंकिता अग्रवाल, प्रबंध- शिक्षा विभाग के एचओडी प्रणव पांडे, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल एस. सी तिवारी, डॉ. स्नेहा सिंह, डॉ. अंकिता श्रीवास्तव, डॉ. राहुल शर्मा, प्रियंका केसरवानी, ममता पांडे, आस्था तिवारी, रोनी बिस्वास, दीपिका, तान्या उपाध्याय, श्वेता मिश्रा, वर्तिका सिंह, संगीता चौहान, निकिता गुप्ता, नेहा कुमारी,अनुभा धुरिया, अंशिका मौर्या, विनीता दीक्षित, देवेंद्र सिंह, राजेश मौर्या, दीप्ति सिंह, आकांक्षा सैनी, मोहिनी सिंह, अनामिका ओझा के साथ अन्य शिक्षक गण एवं स्टाफ उपस्थित रहे।