अधीनस्थ सेवा चयन आयोग:5 साल पहले भरे गए थे फॉर्म,अब तक हो रहा रिजल्ट का इंतज़ार

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही युवाओं को नौकरी देने के दावे कर रही हो पर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग इस काम मे रुकावट पैदा करता नजर आ रहा है।इसी से जुड़े एक मसले पर शुक्रवार को पिकअप भवन में अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन देखा गया है।इस दौरान प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी नारे बाजी भी करते नज़र आएं।मामला अवर अधीनस्थ सेवा के सामान्य चयन की प्रतियोगितात्मक परीक्षा 2016 (2) से जुड़ा है।उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना एवं संपर्क विभाग, प्राविधिक शिक्षा विभाग, विकलांग जन विकास विभाग जैसे विभागों में अलग-अलग पदों पर भर्ती के लिए यह प्रक्रिया शुरू की गई थी।अभ्यर्थियों का दावा है कि दो दो बार प्रवेश परीक्षा हुई, साक्षात्कार भी हो गए लेकिन, आयोग करीब 5 साल बाद भी इस प्रक्रिया को फसाए बैठा हुआ है।आलम यह है कि नौकरी की आस में सैकड़ों अभ्यर्थी आयोग के चक्कर काटने को मजबूर है लेकिन उनकी कोई सुनवाई ही नहीं हो रही है।

शुक्रवार को अभ्यर्थी पहुंचे पिकअप भवन,किया जोर दार प्रदर्शन –

प्रदेश सरकार के 13 विभागों में 32 प्रकार के 641 पदों पर भर्ती की जानी है।इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया दिसंबर 2016 में शुरू की गई थी।2018 में प्रवेश परीक्षा कराई गई।गड़बड़ियों के आरोपों के चलते हैं परीक्षा दोबारा 2019 में हुई।नतीजे 2020 में आए।इन नतीजों के आधार पर साक्षात्कार भी हुए,लेकिन, अभी तक उनके नतीजे जारी नहीं किए गए।

नौकरी की आस में बीत गई उम्र –

इस नौकरी को पाने की आस में अभ्यर्थी सालों से उम्मीद लगाए बैठे।नाम न छापने की शर्त पर एक अभ्यर्थी ने बताया कि जब आवेदन किया था तो उनकी उम्र 28 साल थी।आज 33 साल के हो गए।परिवार बढ़ गया,घर के खर्च बढ़ गए। लेकिन, अभी तक नौकरी का कुछ अता पता नहीं है।एक अन्य अभ्यर्थी ने बताया कि वह लगातार आयोग के चक्कर काट रहे हैं।आयोग में बैठे जिम्मेदार उन्हें हर बार आश्वासन देकर टाल देते हैं।यह सीधे-सीधे उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।

ऐसे गुजर गए 5 साल, पर नहीं मिली तैनाती –

दिसंबर 2016 में इस भर्ती परीक्षा का विज्ञापन जारी किया गया,

15 जुलाई 2018 को इसकी पहली भर्ती परीक्षा आयोजित की गई,

भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगे,अभ्यर्थी न्यायलय गए।कोर्ट के आदेश पर यह परीक्षा रद्द कर दी गई।

इस भर्ती के लिए 28 जुलाई 2019 को दूसरी परीक्षा का आयोजन किया गया।इसमें करीब 30000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी,

परीक्षा के परिणाम अक्टूबर 2020 में जारी किए गए,

1 से 24 दिसंबर 2020 तक इसके साक्षात्कार कराए गए,

इसमें करीब 2216 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया, इसके नतीजे अभी तक जारी नहीं किए गए हैं –

परेशान अभ्यर्थियों की ओर से 28 जून 2021 को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन के दौरान आयोग की तरफ से 1 सप्ताह में नतीजे जारी करने का आश्वासन दिया गया।अभी तक यह नतीजे फंसे हुए हैं।

​​​उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा (सामान्य चयन) प्रतियोगितात्मक परीक्षा 2016 (2) भर्ती को लेकर शुक्रवार को अभ्यर्थी धरने पर बैठ गए।आयोग के लखनऊ स्थित कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की जा रही है।अभ्यर्थियों की मांग है कि इस परीक्षा के नतीजे जल्द से जल्द जारी किए जाए।अभ्यर्थियों का कहना है कि जून में धरना प्रदर्शन किया गया था।धरने के दौरान आयोग की तरफ से 7 दिन में नतीजे जारी करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन, आश्वासन के बाद भी नतीजे अभी तक जारी नहीं किए गए हैं।इसको लेकर काफी नाराजगी है।

दिसंबर में हुआ था साक्षात्कार –

इस भर्ती के लिए 2016 में विज्ञापन निकाला गया। 2018 में भर्ती परीक्षा हुई।कोर्ट के आदेश पर निरस्त किया गया।वर्ष 2019 में दोबारा परीक्षा कराई गई। परीक्षा के नतीजों के आधार पर दिसंबर 2020 में साक्षात्कार भी हो चुके हैं लेकिन नतीजे जारी नहीं किए गए।अभ्यर्थियों का कहना है कि जल्द ही नतीजे जारी नहीं हुए तो बड़ा आंदोलन होगा।