पशुपालन घोटाले में 10वीं गिरफ्तारी:यूपी एसटीएफ ने संतोष मिश्रा को दबोचा

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के मामले में 9 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी में शामिल कथित पत्रकार को यूपी एसटीएफ ने शनिवार को चिनहट से गिरफ्तार कर लिया। संतोष मिश्रा को टेंडर मैनेज करवाने के लिए 10 लाख से 12 लाख रुपए मुख्य साजिशकर्ता आशीष राय ने दिए थे।

संतोष ने पूछताछ में कबूला की लॉकडाउन के दौरान आशीष राय ने डेढ़ लाख रुपए और भी दिए थे। यूपी एसटीएफ अभी तक पशुपालन घोटाले के मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, विवेचना कर रहीं श्वेता श्रीवास्तव एसीपी गोमती नगर ने एक आईपीएस समेत तीन के गिरफ्तारी के वारंट के लिए अर्जी कोर्ट में दाखिल की है।

एसटीएफ की पूछताछ में संतोष मिश्रा ने बताया कि वह पत्रकार रहा है। साल 2013 में सचिवालय में रिपोर्टिंग के दौरान उसकी प्रयागराज निवासी चंद शेखर पांडे से जान-पहचान हो गई थी। जिनके माध्यम से आशीष राय से उसका परिचय हुआ। मुलाकात के दौरान आशीष राय ने बताया था कि वह एआर एंटरटेनमेंट कंपनी चलाता है।

संतोष ने बताया कि आशीष राय महंगी लग्जरी गाड़ियों से गनर लेकर चलता था। आशीष राय ने उससे कहा था कि उसके छोटे-मोटे काम पुलिस प्रशासन के रहते हैं। आप उसको मैनेज करा दिया करिए। इसके बदले आपको पैसा दे दिया करूंगा।

आशीष राय ने अनिल राय से मिलवाया था

संतोष ने बताया कि साल 2017 में आशीष राय ने उसे अनिल राय पत्रकार से मिलवाया और अनिल राय एक टीवी चैनल में एडिटर थे। उनसे सिफारिश करके आशीष ने मुझे यूपी हेड बनवाया। जहां मैंने एक साल कार्य किया। इसी बीच मेरे आशीष राय से संबंध हो गए थे। आशीष के सचिवालय के लोगों से काफी अच्छे संबंध थे। इसके कारण फर्जी कागजात तैयार कर धोखाधड़ी का मामला करता था।

मामले को मैनेज करने के वास्ते एक करोड़ 15 लाख रुपए लिए
संतोष ने यूपी एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि धोखाधड़ी का काम करने वाले गोसाईगंज निवासी हरिओम यादव रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी है। हरिओम द्वारा सैकड़ों लोगों से जमीन में पैसा लगवाने व उनको 5% प्रतिमाह की दर से ब्याज देने की बात कहकर करीब 29 करोड़ रुपये का धोखाधड़ी कर ली।