(www.arya-tv.com) प्रयागराज. प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को हुए अधिवक्ता उमेश पाल व दो सरकारी गनर हत्याकांड में आरोपी बनाए गए माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी को नैनी सेंट्रल जेल में दिल का दौरा पड़ा. हार्ट अटैक आने के बाद उसे नैनी सेंट्रल जेल से एसआरएन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उमेश पाल शूटआउट केस में वांटेड और 50 हजार के इनामी नफीस बिरयानी के साथ 22 नवंबर की देर शाम पुलिस की नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके में मुठभेड़ हो गई थी.
मुठभेड़ में माफिया अतीक अहमद का फाइनेंसर नफीस बिरयानी गिरफ्तार हुआ था. मुठभेड़ में नफीस बिरयानी के पैर में गोली लगी थी, जिसे इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से 9 दिसंबर को उसे नैनी सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था. गौरतलब है कि नफीस बिरयानी को माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ ने ईट ऑन बिरियानी की शॉप खोलने में मदद की थी. माफिया अतीक अहमद और अशरफ के संरक्षण में नफीस बिरयानी अचानक करोड़ों में खेलने लगा था.
पान की दुकान से बिरयानपी शॉप तक का सफर
इसके पहले मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी सिविल लाइन में पान की दुकान चलाता था. अशरफ के संपर्क में आने पर उसने ईट ऑन बिरयानी की शॉप खोली. उसकी ईट ऑन बिरयानी की शॉप धीरे-धीरे ब्रांड बन गई. उसने फ्रेंचाइजी देना भी शुरू कर दिया था. पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ था कि नफीस बिरयानी की एक महीने की कमाई 2 करोड़ के आसपास थी, जिसमें से कमाई का लगभग चौथाई हिस्सा 40 से 50 लाख रुपए नफीस हर महीने अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन को पहुंचाता था.
मीडिया मैनेजमेंट
अतीक अहमद और अशरफ के जेल में रहते माफिया अतीक अहमद के परिवार का मीडिया मैनेजमेंट भी नफीस बिरयानी ही देखता था. 39 वर्षीय मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी गुलाब बाड़ी कॉलोनी खुल्दाबाद का रहने वाला है लेकिन मौजूदा समय में वह जीटीबी नगर करेली में रहता था. 24 फरवरी 2023 को हुए अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था वह क्रेटा कार नफीस बिरयानी की थी. इसी आधार पर नफीस बिरयानी के खिलाफ उमेश पाल शूटआउट केस में साजिश में शामिल होने के आरोप में धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है