उड़ान ने लॉकडाउन से विभिन्न उत्पादों की मांग भी बढ़ी

Business
  • उड़ान ने लॉकडाउन से जुड़ी चुनौतियों के बीच 80 प्रतिशत आपूर्ति को जारी रखा, जिससे विभिन्न उत्पादों की मांग भी बढ़ी

(www.arya-tv.com) लखनऊ। उड़ान, भारत का सबसे बड़ा बी2बी ई-काॅमर्स मार्केटप्लेस, जिसे फ्लिपकार्ट के पूर्व टाॅप एग्जीक्यूटिव्स द्वारा 2016 में स्थापित किया गया है। भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते यूनिकाॅर्न में से एक, उड़ान जल्द ही देश के 21 राज्यों और 55 से अधिक शहरों में सेवाएं प्रदान करेगी और यह प्लेटफाॅर्म मुख्य रूप से किराना स्टोर्स को आपूर्ति करता है। इसमें लाइफस्टाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, घर और रसोई, दालों, फल और सब्जियां, एफएमसीजी, खिलौने, आदि जैसी श्रेणियां शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म एमएसएमई को अपने उत्पादों को बाज़ार में बेचने के लिए सक्षम बनता है, जैसे किराना, छोटे निर्माता, किसान, मिल और ब्रांड आदि। वे सभी अपने अलग अलग उत्पादों को पूरे देश के बाजारों में 100 प्रतिशत भुगतान सुरक्षा और पूर्ण पारदर्शिता के साथ कम लागत पर टेक्नोलाॅजी का उपयोग करते हुए बेच सकते हैं।

कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन ने कई क्षेत्रों को प्रभावित किया। जबकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति लॉकडाउन के दौरान काम करना जारी रख सकती है, लेकिन इस दौरान किराने और दैनिक आवश्यक आपूर्ति ने देश भर में कई चुनौतियों का सामना किया। लॉकडाउन ने आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर दिया, भले ही केंद्र सरकार ने कहा कि आवश्यक आपूर्ति जारी रहेगी क्योंकि इनके आसान संचालन को प्रभावित करने वाली कई बाधाएं थीं।

उत्तर प्रदेश में, 80 प्रतिशत के करीब सुचारू संचालन के साथ, उड़ान ने अपनी सेवाओं को जारी रखा। उड़ान ने 20,000 से अधिक किराने और अन्य दुकानों की मांग को पूरा किया है। जब सरकार ने नियमों में ढील दी, तो उड़ान के कुल खरीदारों में 30.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उड़ान के सह-संस्थाक सुजीत कुमार ने बताया कि जबकि हमने लॉकडाउन के दौरान मांग में भारी बढ़ोतरी देखी है, जिनको पूरा करने में कई ज़मीनी चुनौतियां थीं। प्रत्येक राज्य और शहर के अलग-अलग मानदंड और नियम हैं। हम यह नहीं कह रहे हैं कि सिस्टम को बनाया जाना चाहिए क्योंकि ये असामान्य हालात हैं। आपको हर जगह अनुकूलित समाधानों के साथ स्थानीय रूप से काम करने की आवश्यकता है जो उस क्षेत्र विशेष के लिए जरूरी है।

उन्होंने कहा ये सामान्य रूप से सामान्य हालात में होने वाला व्यापार नहीं है। इसके अलावा, जबकि भारत की 99 प्रतिशत आवश्यक खपत स्थानीय किराना स्टोरों के माध्यम से होती है, उनमें से सभी लॉकडाउन के दौरान पूर्णकालिक काम नहीं कर रहे थे। हर दिन काम पर आने के लिए ऑन-ग्राउंड वर्कफोर्स को जुटाना एक चुनौती थी। वे हालात से डरते थे और उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर भी चिंताएं थीं। कार्यबल दैनिक वेतन भोगी है, इसलिए वे काम से भी दूर नहीं हो सकते। यह एक कठिन स्थिति थी। सुजीत का कहना है कि उड़ान ने कफ्र्यू पासों की प्राप्त करने और आवश्यक परमिट प्राप्त करने के लिए विभिन्न सरकारी और स्थानीय अधिकारियों के साथ काम किया। सरकार सक्रिय रही है और छोटे व्यवसायों की मदद करने और आवश्यक आपूर्ति देने के लिए काम कर रही है।

लखनऊ की दुकानों में से एक, काव्या जनरल स्टोर लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित था और उसका व्यापार लगभग शून्य हो गया था। काव्या जनरल स्टोर्स के मालिक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान, स्टोर परिवहन और आपूर्ति की समस्या से निपट रहा था। उड़ान के साथ पंजीकरण करने पर, हमें तय डिलीवरी स्लॉट पर उत्पादों की समय पर आपूर्ति मिली। इसके साथ ही दुकान पर हमने रस्सियों को बांधकर और जमीन पर निशान आदि लगाकर ग्राहकों के लिए सीमाओं का निर्माण किया ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छे से पालन किया जा सके और लोगों का एक-दूसरे से संपर्क ना हो।

कानपुर में ब्रजरंग ट्रेडर्स के मालिक कमलेश तिवारी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि मेरी दुकान कानपुर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। चूंकि लॉकडाउन अवधि के दौरान वितरक मेरी दुकान पर सामान देने के लिए तैयार नहीं था, इसलिए मैंने उड़ान ऐप का उपयोग करने का निर्णय लिया। इससे पहले मैं उड़ान का नियमित खरीदार नहीं था। लेकिन उनकी सेवाओं का उपयोग करने के बाद, मैं नियमित रूप से ऑर्डर देना पसंद करता हूं क्योंकि उस पर कीमतों की जांच करना और उनकी दुकान पर उत्पादों की समय पर डिलीवरी के साथ ऑर्डर प्लेस करना बहुत आसान है।

उड़ान एमएसएमई को कम और सर्वोत्तम मूल्य, अच्छी गुणवत्ता, और सर्वोत्तम चयन और आपूर्तिकर्ताओं के लिए राष्ट्रीय पहुंच के साथ डिजिटल होने के लिए सक्षम कर रहा है ताकि नए बाजारों में प्रवेश किया जा सके और ग्राहकों को उड़ान ऐप के माध्यम से प्राप्त किया जा सके। इसका उद्देश्य खुदरा विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं को व्यापार बढ़ाने और अपने सपनों को साकार करने में सक्षम बनाने के लिए टेक्नोलाॅजी की शक्ति का उपयोग करना है। उड़ान भारत में मौजूद 50 मिलियन एमएसएमई तक पहुंच और राष्ट्रीय पहुंच लाता है।