(www.arya-tv.com) बेंगलुरु. एयरपोर्ट पर आम यात्रियों की तरह दो शख्स एंट्री करते और उनका मौज मस्ती करने का प्लान था. इसके लिए दोनों बहरीन जा रहे थे और उनके पास इसके लिए 11 लाख रुपये थे. तभी पुलिस ने प्लेन पर बैठने से पहले दोनों को रोक लिया. शुरुआत तो दोनों ने पुलिस के हर सवाल का जवाब दिया पर धीरे-धीरे उनपर शिकंजा कसता गया और फिर दोनों सलाखों के पीछे पहुंच गए.
बताया जा रहा है कि पिछले छह महीनों में कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण और चार अन्य जिलों में कम से कम 10 घरों में चोरी करने वाले और 11 लाख रुपये नकद लेकर बहरीन जाने वाले दो लोगों को हाल ही में मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान में चढ़ने से कुछ मिनट पहले पकड़ा गया. छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल के अंदर पकड़े गए दोनों लोगों येलहंका के 40 वर्षीय एम मोहम्मद सादिक उर्फ कदूर सादिक और शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के बेट्टामक्की के 39 वर्षीय हमजा हम्माबा बयारी उर्फ हंजा ने पुलिस के चंगुल से खुद को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की.
2018 में भी हुए थे अरेस्ट
पुलिस की पूछताछ में दोनों ने खुद को निर्दोष साबित करने का जोरदार विरोध किया, लेकिन तभी पुलिस ने दोनों को दो अलग-अलग पासपोर्ट की कॉपियां दिखाईं, जो उन्होंने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बनवाए थे. दोनों को मुंबई की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें पुलिस हिरासत में सौंप दिया. दोनों को आखिरी बार 2018 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन फिर वे अदालत की सुनवाई से बचते रहे और छह साल तक अधिकारियों को चकमा देते रहे.
कितने का सामना मिला
पुलिस ने बताया कि उनके पास से जो कैश मिला है वह 10 चोरियों के दौरान चुराए गए कीमती सामानों की बिक्री से मिले थे. पुलिस ने अब 3.6 करोड़ रुपये से अधिक की लूट का माल बरामद किया है, जिसमें 4 किलोग्राम सोना, तीन चार पहिया वाहन और पांच राउंड गोलियों के साथ एक देसी पिस्तौल शामिल है. बरामदगी को रामनगर, चिकमंगलूर, मैसूरु, हावेरी और बेंगलुरु ग्रामीण में हुई 10 चोरियों से जोड़ा गया है.
अधिकारी ने बताया कि सादिक के पास मोहम्मद करीम और मोहम्मद अरहान चांगुली के नाम से पासपोर्ट थे. हंजा के पास मोहम्मद शैद पेरला और बिनयामिन के नाम से पासपोर्ट थे. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके तीन बार मौज-मस्ती के लिए बहरीन की यात्रा की थी.