(www.arya-tv.com) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एमपी दौरे के बाद बीजेपी ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। सूची आते ही एमपी की राजनीति में अटकलों का बाजार गरम हो गया है। पार्टी ने दूसरी सूची में सात सांसदों को मौका दिया है। साथ ही पार्टी ने अपने अधिकांश महारथियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
इनमें से पांच चेहरे ऐसे हैं, जिन्हें हमेशा शिवराज सिंह चौहान के विकल्प के तौर पर देखा जाता रहा है। साथ ही पार्टी में अहम जिम्मेदारियों को निभाते रहे हैं। दूसरी सूची जारी होते ही यह कहा जाने लगा है कि क्या एमपी में बीजेपी शिवराज सिंह चौहान का विकल्प ढूंढ रही है। आइए उन चेहरों के बारे में बताते हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी विधानसभा से लड़ेंगे चुनाव
मुरैना से सांसद और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एमपी में शिवराज सिंह चौहान के बाद बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा हैं। वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इस बार चुनाव प्रबंधन की सारी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर हैं।
साथ ही केंद्र में पीएम मोदी और अमित शाह के विश्वास पात्र है। उन्हेंन पार्टी मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। ग्वालियर-चंबल में उनकी अच्छी पकड़ है। साथ ही पूरे प्रदेश में सर्वमान्य हैं।
प्रहलाद सिंह पटेल नरसिंहपुर से लड़ेंगे चुनाव
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल दमोह से सांसद हैं। बुंदेलखंड में उनकी अच्छी पकड़ है। साथ ही प्रदेश में ओबीसी समाज का बड़ा चेहरा हैं। पार्टी ने उन्हें नरसिंहपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया है।
यहां से उनके भाई जालम सिंह पटेल विधायक थे। कई मौकों पर प्रहलाद पटेल के नामों की चर्चा होती रही है। वह अटल जी की सरकार में भी मंत्री रहे हैं। संघ और संगठन में अच्छी पकड़ है।
फग्गन सिंह कुलस्ते निवास से लड़ेंगे चुनाव
फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला से सांसद हैं। साथ ही मोदी सरकार में मंत्री हैं। एमपी में बड़े आदिवासी नेताओं में उनकी गिनती होती है। आदिवासियों को साधने के लिए बीजेपी ने उन्हें मैदान में उतारकर बड़ी चाल चली है। किसी आदिवासी को सीएम बनाने की मांग उठती है, बीजेपी की तरफ से फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम की चर्चा शुरू हो जाती है।
कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से लड़ेंगे चुनाव
एमपी में सीएम पद के दावेदारों के नाम की चर्चा होती है तो कैलाश विजयवर्गीय भी उस सूची में होते हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रदेश की राजनीति से किनारा कर लिया था।
पश्चिम बंगाल में वह संगठन का काम देख रहे थे। वहां विधानसभा चुनाव होने के बाद वह एमपी में सक्रिय थे। पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट देकर बड़े संकेत दिए हैं।
पूर्व बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह को भी टिकट
जबलपुर से सांसद और पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को भी पार्टी ने टिकट दिया है। वह जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। महाकौशल के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है।
2018 के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी लगातार उस क्षेत्र में गुटबाजी से जूझ रही है। निकाय चुनाव में भी पार्टी की हार हुई थी। वहीं, राकेश सिंह दिल्ली के विश्वास पात्र हैं। उनके नाम की चर्चा भी प्रदेश में लगातार होती है।