लहरा रहे थे बैनर, दिखा रहे थे ताकत… ऑस्टेलिया ने फिर पाकिस्तानी फैंस को स्टेडियम से खदेड़ा

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(www.arya-tv.com) पाकिस्तान मूल के अपने क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा को तो ऑस्ट्रेलिया ने बर्दाश्त कर लिया, लेकिन जब वही स्लोगन दो फैंस लंबे-चौड़े बैनर पर लिखकर स्टेडियम पहुंच गए तो बोर्ड ने एक्शन ले लिया।पर्थ स्टेडियम में पहले टेस्ट के दौरान उस्मान ख्वाजा को संदेश लिखे जूते पहनने से रोका गया तो वह काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतर गए।

वह इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच ‘हर किसी का जीवन एक समान होता है’ का मेसेज देना चाहते थे, लेकिन आईसीसी के नियमों की वजह से ऐसा नहीं कर सके।

इस बीच 5 मीटर का लंबा-चौड़ा बैनर लेकर पहुंचे पाकिस्तानी फैंस (दावा किया जा रहा है) को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ‘राजनीतिक’ संदेश के रूप में स्टेडियम से बाहर निकाल दिया गया। बैनर पर लिखा था – सभी जीवन समान हैं। स्वतंत्रता एक मानव अधिकार है”।

ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा टेस्ट में अपने जूतों पर भी यही संदेश लिखना चाहते थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया।

पाकिस्तानी फैंस ने लहराया बैनर और फिलिस्तीन के सपोर्ट में लगाया नारा
बैनर पांच मीटर से अधिक लंबा था और स्टेडियम के दक्षिणी छोर पर पांचवीं मंजिल पर रेलिंग पर लटका हुआ था।

प्रशंसकों ने फिलिस्तीन समर्थक नारे भी लगाए, जिसे देखकर सुरक्षाकर्मियों ने कार्रवाई की। ऑप्टस स्टेडियम ने एक बयान में कहा- एक बैनर हटा दिया गयाए क्योंकि यह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की प्रवेश की शर्तों का उल्लंघन कर रहा था।

बयान में कहा गया है- कुछ फैंस को असामाजिक व्यवहार के कारण हटा दिया गया था। मैं सिर्फ उनके लिए बोल रहा हूं जिनकी कोई आवाज नहीं है: उस्मान ख्वाजा
ख्वाजा गाजा और इजराइल में मानवीय संकट के मद्देनजर समानता और स्वतंत्रता का संदेश फैलाना चाहते थे।

हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने ICC के नियमों का हवाला देते हुए इसे राजनीतिक संदेश के रूप में प्रतिबंधित कर दिया, जिसकी विश्व संस्था अनुमति नहीं देती है।

ख्वाजा ने ICC के फैसले को स्वीकार कर लिया, लेकिन अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में इसे अपील करने और अपने विश्वासों के लिए लड़ने की कसम खाई। उन्होंने यह भी बताया कि यह मुद्दा उनके दिल के कितना करीब था।