(www.arya-tv.com) राज कुमार ही नहीं, कई ऐसे दिग्गज एक्टर हुए, जिन्होंने कलाकार बनने के लिए अपना घर-परिवार सब छोड़ दिया। हिंदी सिनेमा में अपने योगदान के लिए किसी को सदी का महानायक कहा गया तो कोई ‘जुबली कुमार’ कहलाया। 60 के दशक में कई शानदार अभिनेता आए। ये दौर राज कपूर से लेकर दिलीप कुमार जैसे सितारों का था। इसी दौर में ‘घमंडी’ एक्टर के नाम से मशहूर हुए राजकुमार के आज भी चर्चे होते हैं। राज कुमार ने सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी शर्तों पर बॉलीवुड में काम किया। हालांकि, राजकुमार ही नहीं, इंडस्ट्री में एक और सुपरस्टार था जो पुलिस की नौकरी छोड़कर एक्टर बना था। हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड में ‘जुबली कुमार’ के नाम से फेमस हुए राजेंद्र कुमार की।
हिंदी सिनेमा में काबिल एक्टरों की कमी नहीं है, लेकिन ‘जुबली कुमार’ की जगह कोई दूसरा एक्टर नहीं ले सका। 60 के दशक में तो उनका दर्शकों के बीच ऐसा जादू चला था कि उनकी फिल्में 25 हफ्ते तक सिनेमाघरों में लगी रहती थीं। उनकी एक फिल्म हटती नहीं थी कि दूसरी आ जाती थी। राजेंद्र कुमार कई सालों की कोशिशों के बाद उन्हें ‘मदर इंडिया’ से असली पहचान मिली। इस फिल्म में उन्होंने नर्गिस और राजकुमार के बेटे और सुनील दत्त के भाई का रोल निभाया था। उनकी पहली सबसे बड़ी हिट फिल्म थी ‘गूंज उठी शहनाई’, जो 1959 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने उन्हें रोमांटिक हीरो के तौर पर पहचान दिलाई। 1960 के दशक में उनकी बैक टू बैक कई फिल्में सिनेमाघरों में हिट साबित हुईं। ये फिल्में लगातार 25 हफ्तों तक सिनेमाघरों में लगी रहीं, जिसके बाद उनका नाम ‘जुबली कुमार’ पड़ा।