अधिकारियों की आपसी खींचातानी के चलते मृतक शिक्षक की पत्नी दर दर की खा रही ठोकरें

Lucknow

(www.arya-tv.com) जिले के उसूर विकासखण्ड के चिंताकोंटा में पदस्थ सहायक शिक्षक (एलबी) पुनेम हड़मा के देहांत के बीस दिनों बाद भी मृतक की बेवा को अग्रसिया की राशि नही मिल पाई है, जबकि यह राशि कर्मचारियों के देहांत के दो घण्टे के अंदर दिया जाना होता है।

उसूर के चिन्ताकोंटा में पदस्थ शिक्षक पुनेम हड़मा की 20 सितम्बर को देहांत हो गया था, देहांत के पश्चात शासन की योजना के अनुसार दो घण्टे के अंदर अग्रसिया की 50 हजार राशि मृतक के परिजनों को प्रदाय किया जाता है, जिससे मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सके ।

किन्तु उसूर में अधिकारियों की आपसी खींचातानी और वर्चश्व की लड़ाई के चलते आज पर्यंत तक उक्त मृतक शिक्षक की बेवा को यह राशि नही मिल पाई है । मृतक शिक्षक की बेवा की स्थिति काफी दयनीय है और आस पड़ोस से सहयोग मांग कर अपना गुजारा करने के लिए मजबूर है।

अधिकारियों के लापरवाही और मानवताहीन रवैये को देखते हुए मृतक शिक्षक के क्रिया कर्म के लिए स्थानीय कर्मचारियों द्वारा चन्दा करते हुए बेवा लक्ष्मी पुनेम को सहयोग करने का प्रयास कर रहे है । शिक्षक की बेवा लक्ष्मी पुनेम ने बताया कि कई बार बीईओ कार्यालय व बैंक के चक्कर लगाने के बाद भी मुझे अब तक राशि प्राप्त नही हो पाई है, जिसके कारण मैं मानसिक रूप से परेशान हूं और खुद को प्रताडि़त महसूस कर रही हूं ।

इस सम्बंध में बीईओ ठाकुर ने बताया कि जिलाशक्षा अधिकारी द्वारा बैंक खाते में होल्ड लगाया गया है जिसके कारण अब तक अग्रसिया कि राशि का भुगतान नही किया जा सका है । वहीं जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि बीईओ को निलंबित कर दिया गया था जिसके कारण पैसे का अनावश्यक आहरण ना हो सके इस कारण खाते में होल्ड लगाया गया है, जिसे तत्काल हटा कर अग्रसिया की राशि का भुगतान कर दिया जायेगा ।

इस मामले पर अधिकारी एक दूसरे के ऊपर दोष मढ़ते हुए अपना हाँथ खींचने का प्रयास कर रहे है, किन्तु अपने ही कर्मचारी की मौत के बाद कर्मचारी के परिजनों के प्रति सहानुभूति और मानवता दिखाने का जरा सा भी प्रयास नही किया गया । मृतक शिक्षक की बेवा को अग्रसिया राशि का तत्काल भुगतान किया जायेगा- कलेक्टर जिले के कलेक्टर रितेश अग्रवाल को जब इस मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने मृतक शिक्षक की बेवा को तत्काल अग्रसिया की राशि प्रदाय करने के अलावा समस्त औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा करते हुए शासन से मिलने वाले अन्य लाभ दिलाने जिलाशिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया ।