उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने महानिदेशक द्वारा रविवार 13 अगस्त को मेरी माटी मेरा देश अवकाश के दिन आयेजित कराये जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि यदि कार्यक्रम कराना अपरिहार्य हो तो मुख्यमंत्री/महानिदेशक से उसके बदले उपार्जित/विशेष अवकाश को दिये जाने की मांग की है।
संगठन के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डॉ. आर.पी. मिश्र ने कहा कि शिक्षक के लिए अवकाश निर्धारित है और मनमाने तरीके से महानिदेशक द्वारा अवकाशों में कटौती किया जाना उचित नही है। कभी मोहर्रम का अवकाश निरस्त किया जाता है तो कभी रविवार का। राज्य के शिक्षकों को वही अवकाश मिलते है जो कर्मचारियों को देय है।
डॉ. मिश्र ने बताया कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों के समान ही अवकाश दिए जाते है। राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को 14 आकस्मिक अवकाश, राज्य कर्मचारियों को देय 30 उपार्जित अवकाश के स्थान पर शिक्षकों को जून माह का 30 दिन का ग्रीष्मावकाश, राज्य कर्मचारियों को देय 12 द्वितीय शनिवार के स्थान पर शिक्षकों को 21 मई से 31 मई का 11 दिनों का अवकाश तथा शेष 1 अवकाश उपार्जित अवकाश के रूप में देय है।
डॉ. मिश्र ने राज्य सरकार से मांग की है कि यदि शिक्षकों से अवकाश के दिनों में कार्य लिया जाता है तो उसके बदले विशेष अवकाश स्वीकृत किए जाने सम्बन्धी शासनदेश जारी किया जाय।