आतंक फैलाने वालों की गीली हो रही है पैंट, अपहरण करने वालों की सिट्टी-पिट्टी गुम: CM योगी

# Gorakhpur Zone UP

(www.arya-tv.com) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून के इतर काम करने की इजाजत किसी को और कतई नहीं है। मजबूत कानून व्यवस्था की देन है कि प्रदेश के लोगों के जान के दुश्मन बने माफिया को खुद जान के लाले पड़े हैं। आज बदले उत्तर प्रदेश में, जनता को आतंकित करने वालों को कोर्ट जब सजा सुनाती है तो उनकी पैंट गीली हो जा रही है। आज उत्तर प्रदेश में निवेशकों की और उनकी पूंजी सुरक्षा की गारंटी है। सबकी सुरक्षा सरकार की जवाबदेही है। नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाना सरकार का संकल्प है।

सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप बस रहे औद्योगिक गलियारे में गीडा के सेक्टर 27 में बहुराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेज के 1071 करोड़ रुपये के निवेश से लग रहे प्लांट का भूमि पूजन व शिलान्यास करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक दौर वह भी था जब गुंडे, माफिया कारोबारियों को धमकी देते थे, उनका अपहरण करते थे। आज गुंडे, माफियाओं की यहां सिट्टी-पिट्टी गुम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी बदल चुका है। छह वर्ष पूर्व इसकी पहचान दंगों और अराजकता से थी। इस वर्ष जब रामनवमी पर देश के कुछ राज्यों में दंगे हो रहे थे तब उत्तर प्रदेश में अमन चैन  था। प्रभु श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में 33 लाख लोग पहुंचे और एक तिनका भी नहीं हिला। रामनवमी पर प्रदेश में एक हजार से अधिक शोभायात्राएं निकाली गईं। इन पर हिंदू-मुस्लिम पुष्प वर्षा कर रहे थे। 6 अप्रैल को हनुमान जयंती पर प्रदेश में 500 से अधिक शोभायात्राएं शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गईं।

सीएम ने कहा कि अब यूपी में पर्व त्योहार पर बमवर्षा नहीं बल्कि पुष्पवर्षा होती है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता दंगों पर नहीं बल्कि विकास, निवेश और रोजगार को बढ़ावा देने वाली डबल इंजन सरकार पर विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि इसी विश्वास की देन है कि उत्तर प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में करीब 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। निवेशकों को सभी ऑनलाइन सुविधाओं व इंसेंटिव के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय खुद मॉनिटरिंग करता है।

यूपी में अब हर तरह की शानदार कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब हर तरह  शानदार कनेक्टिविटी है। जब तक यह उद्योग तैयार होगा तब तक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे भी पूर्ण हो जाएगा। पूर्वांचल व बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे शुरू हो चुका है। गंगा एक्सप्रेसवे पर काम जारी है। नेपाल, बिहार, उत्तराखंड, छतीसगढ़, झारखंड तक फोरलेन की कनेक्टिविटी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 2017 तक यूपी में सिर्फ दो एयरपोर्ट पूर्ण रूप से और दो आंशिक क्रियाशील थे।

आज नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, 12 पर काम चल रहा है। यूपी जल्द ही पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य होगा। मेट्रो और रोपवे पर युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से शानदार कनेक्टिविटी के चलते वरुण बेवरेजेज के उत्पाद तीन घंटे में लखनऊ, दो घंटे में वाराणसी पहुंच जाएंगे। यहां से बेहतरीन ट्रेन कनेक्टिविटी की सुविधा है। इतना ही नहीं, वाराणसी से वाटर वे की भी सुविधा मिल जाएगी। इन सब सुविधाओं से गोरखपुर में बना प्रोडक्ट देश-दुनिया के कोने कोने तक पहुंचेगा।

किसानों और पशुपालकों की आय कई गुना बढ़ेगी
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा किसानों की आय कई गुना बढ़ाने की है। वरुण बेवरेजेज के प्लांट में आम, अमरूद, लीची जैसे फलों व दूध की आपूर्ति करके किसान और पशुपालक अपनी आय कई गुना बढ़ा सकेंगे। अकेले गोरखपुर के प्लांट से 1500 नौजवानों को रोजगार मिलेगा तो दस हजार ग्रामीण अतिरिक्त आमदनी स्रोत से जुड़ेंगे। वरुण बेवरेजेज के जब यूपी में तीन अन्य प्लांट लग जाएंगे तो छह हजार नौजवान रोजगार और 50 हजार ग्रामीण अतिरिक्त आमदनी से जुड़ेंगे।

कुशल मानव संसाधन तैयार करने को आगे आए उद्योग जगत
मुख्यमंत्री ने वरुण बेवरेजेज समेत सभी औद्योगिक संस्थाओं से कुशल मानव संसाधन (स्किल्ड मैनपावर) तैयार करने के लिए आगे बढ़कर पहल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय, सैकड़ों कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई हैं।

इनके साथ मिलकर उद्योग की आवश्यकता के अनुसार मानव संसाधन को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि उद्योग शुरू होने के समय स्किल्ड मैनपावर की कोई कमी न रहे। इससे नौजवानों को भी रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा स्किल्ड मैनपावर से एक साल पहले पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित गोरखपुर का खाद कारखाना 110 प्रतिशत क्षमता से उत्पादन कर रहा है। उन्होंने बताया कि युवाओं की तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार दो करोड़ युवाओं को टैबलेट-स्मार्ट फोन उपलब्ध करा रही है। अप्रेंटिसशिप के लिए आधा मानदेय अपने पास से दे रही है।