(www.arya-tv.com) बहुप्रतीक्षित ग्लोबल मीडिया एंड इंफॉर्मेशन लिटरेसी अवार्ड्स (एमआईएल) 2021 की शुरुआत हो चुकी हैं। इस पुरस्कार का वितरण यूनेस्को ग्लोबल मीडिया एंड इंफॉर्मेशन लिटरेसी एंड इंटरनेशनल स्टीयरिंग कमेटी द्वारा प्रत्येक वर्ष ग्लोबल एमआईएल वीक फीचर कॉन्फ्रेंस के अवसर पर किया जाता है|
ग्लोबल मीडिया एंड इंफॉर्मेशन लिटरेसी अवार्ड्स सूचना / पुस्तकालय, मीडिया और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों, शिक्षकों, कलाकारों, कार्यकर्ताओं, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, गैर सरकारी संगठनों, संघों और मीडिया एंड इंफॉर्मेशन लिटरेसी से संबंधित क्षेत्रों में नवाचारिक तरीके से काम करने के लिए दिया जाता है| य़ह पुरस्कार मुख्यतः छह क्षेत्रों शिक्षा, अनुसंधान, नीति, वकालत, मीडिया और संचार, और सूचना क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के कार्य़ को मान्यता प्रदान करता है|
इस अवसर पर जूरी सदस्य प्रोफ़ेसर अनुभूति यादव ने कहा कि मीडिया और सूचना साक्षरता पर उत्कृष्ट कार्यों को देखकर बहुत खुशी होती है। लोग अपनी व्यक्तिगत क्षमता और सामूहिक रूप से दुनिया भर में मीडिया और सूचना साक्षरता को आगे बढ़ा रहे हैं। इस आंदोलन में युवा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो मुझे सर्वाधिक प्रभावित करती है|
आईआईएमसी की प्रोफेसर अनुभूति यादव भारत में मीडिया साक्षरता की एक प्रमुख समर्थक हैं| उन्होंने शिक्षा के विभिन्न चरणों में मीडिया और सूचना साक्षरता की शुरुआत की है| हाल ही में डिजिटल इंटरनेशनल मीडिया लिटरेसी प्रोजेक्ट के तहत लिखी गयी किताब ‘मीडिया लिटरेसी-की टू इंटरप्रेटिंग मीडिया मैसेज’ की भारतीय संस्करण की सह-लेखिका हैं| प्रोफ़ेसर यादव यूनेस्को एमआईएल गठबंधन को अपनी विभिन्न सेवाएं दे रही हैं और वर्तमान में नीति और अनुसंधान कार्य समूह की सदस्य हैं।
उनके अलावा, अन्य जूरी सदस्यों में एंड्ज़ोंगो ब्लेज़ पास्कल (मध्य अफ्रीका), एमी शितारा (जापान), राचेल फिशर (दक्षिण अफ्रीका), क्लेयर मैकगायर (आईएफएलए), रुमान शिकदर (बांग्लादेश), वालेस गिचुंगे (केन्या), आइरीन एंड्रियोपोलू ( ग्रीस), एंड्रेस पलासिओस (पेरू) और क्रिस्टीना चान-मीटू (मॉरीशस) शामिल हैं|