- राज्य सरकार की प्रमुख विकासोन्मुख नीतियों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की
- वित्तीय वर्ष 2024-2025 का आय-व्ययक शीघ्र ही सदन में प्रस्तुत किया जाएगा
- श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के रूप में राष्ट्र मन्दिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा, हमारी सरकार ने अयोध्या में अवस्थापना विकास के अनेक उपयोगी कार्य सम्पन्न कराए
- अयोध्या में लगभग 31,000 करोड़ रु0 की विकास परियोजनाएं गतिमान
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश राज्य विधान मण्डल के दोनों सदनों के वर्ष 2024 के प्रथम सत्र के समवेत अधिवेशन को सम्बोधित किया। राज्य सरकार की प्रमुख विकासोन्मुख नीतियों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि सुशासन प्रदेश सरकार का प्रमुख ध्येय है। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र को अपनाते हुए बिना भेदभाव सभी वर्ग विशेष रूप से गरीबों, किसानों, महिलाओं तथा युवाओं के उन्नयन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है। वित्तीय वर्ष 2024-2025 का आय-व्ययक शीघ्र ही सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि भारत के इतिहास में वर्ष 2024 अविस्मरणीय स्मृति के रूप में दर्ज हो गया है। लगभग पांच शताब्दियों की सुदीर्घ प्रतीक्षा के बाद बीती 22 जनवरी, 2024 को सनातन भारतीय संस्कृति के प्राण, हमारे आदर्श प्रभु श्रीरामलला अपनी जन्मभूमि अयोध्या में नव्य-भव्य और दिव्य मन्दिर में विराजमान हो गए हैं। पूरे विश्व ने इस अलौकिक अवसर का साक्षात्कार किया। भारतीय जनआस्था के संकल्प की सिद्धि के प्रतीक श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के रूप में राष्ट्र मन्दिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा है। हम सभी आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे विशिष्ट कालखण्ड में हमारी सांस्कृतिक विरासत का यह दिव्य प्रतिमान हमें और आने वाली पीढ़ियों को प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलने को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुजन श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में सुगमतापूर्वक अपने आराध्य के दर्शन-पूजन का पुण्य लाभ प्राप्त कर सकें, इस हेतु हमारी सरकार ने अयोध्या में अवस्थापना विकास के अनेक उपयोगी कार्य सम्पन्न कराए हैं। आज अयोध्या जल-थल-नभ की बेहतरीन कनेक्टिविटी से सम्पन्न हो रही है। लगभग 31,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं यहां गतिमान हैं। आज अयोध्या अपने त्रेतायुगीन वैभव के साथ नगरीय विकास और सम्पन्नता के मॉडल के रूप में नवीन मानक गढ़ रही है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का प्रथम राज्य है, जिसने सोलर चरखे से उत्पादित खादी को मान्यता दी है। बुनकरों को सोलर चरखा निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। ई-मार्केटिंग पोर्टल के माध्यम से दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद विपणन के क्षेत्र में वर्ष 2023-24 में पी0सी0डी0एफ0 को टर्नओवर के आधार पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारतीय पर्यटकों के आवागमन में उत्तर प्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर रहा है।