प्रयागराज में ग्लोबल हॉस्पिटल के ध्वस्तीकरण में फंसा पेंच:CMO ने कर रखा है सील

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(www.arya-tv.com) प्रयागराज के ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में टेक्निकल पेंच फंस गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने अस्ताल को सील कर रखा है। उधर, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने बिना नक्शा पास कराए अस्पताल बनवाने पर 28 अक्टूबर तक खाली करने का नोटिस दे रखा है। अस्ताल प्रशासन के सामने समस्या यह है कि बिना सीएमओ के सील खोले अस्पताल कैसे खाली करें। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने पीडीए से अस्पताल खाली करने के लिए और समय मांगा है।

CMO ने कहा-हम अस्पताल की सील खोलेंगे

विकास प्राधिकरण ने ग्लोबल अस्पताल एंड ट्रामा सेंटर को अवैध निर्माण कराने के लिए नोटिस दे रखा है। नोटिस में कहा गया है कि आपने बिना नक्शा पास कराए भवन का निर्माण कराया है। क्यों न भवन को ध्वस्त कर दिया जाए। पीडीए ने अस्पताल प्रशासन को 28 अक्टूबर तक अस्पताल खाली कराने का नोटिस दे रखा है। इसके साथ ही साथ 28 अक्टूबर तक इस मामले में जवाब देने का समय दिया है।

डिप्टी सीएम के आदेश पर सील हुआ था अस्पताल

उधर, 19 अक्टूबर को खराब प्लेटलेट्स चढ़ने से मरीज प्रदीप पांडेय की मौत हो गई थी। परिजनों ने प्लेटलेट की जगह अस्पताल प्रशासन पर मौसमी का जूस चढ़ाने का अरोप लगाया था। प्लेटलेट की जगह मौसमी का जूस चढ़ाने के मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार हरकत में आई और डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य महकमे के मंत्री बृजेश पाठक के आदेश पर 19 अक्टूबर को CMO, प्रयागराज डॉ. नानक सरन ने ग्लोबल अस्पताल को सील कर दिया था।

पप्पू लाल साहू के मकान में चल रहा था ग्लोबल अस्पताल

जांच में पता चला है कि जिस भवन में ग्लोबल अस्ताल चल रहा था वह पप्पू लाल साहू का है न कि ग्लोबल अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा का। सौरभ मिश्रा ने इस भवन को किराए पर ले रखा था। सौरभ मिश्रा का कहना है कि प्लेटलेट लाकर मरीज के परिजनों ने ही दिया था। ऐसे में अस्ताल की इसमें जरा भी गलती नहीं है। मुझे बिना वजह बलि का बकरा बनाया जा रहा है। हम इसके खिलाफ उचित फोरम पर अपील करेंगे।

नोटिस के बाद पप्पू लाल साहू की नींद हराम

प्रयागराज विकास प्राधिकरण का नोटिस मिलने के बाद मकान मालिक पप्पू लाल साहू के होश फाख्ता हैं। पप्पू लाल साहू इस बात से परेशान हैं कि उनकी कोई गलती नहीं है फिर भी उनके भवन को पीडीए ने नोटिस दिया है। नोटिस मिलने के बाद पप्पू लाल साहू अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि PDA ने बिल्डिंग के मालिक पप्पू लाल साहू से जवाब मांगा है।

मौसमी का जूस नहीं, खराब प्लेटलेट चढ़ाने से हुई थी डेंगू मरीज की मौत, सामने आई रिपोर्ट

बमरौली निवासी प्रदीप पांडेय को खराब प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी। झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में भर्ती प्रदीप पांडेय की मौत मौसमी चढ़ाने से नहीं, बल्कि खराब हो चुकी प्लेटलेट्स से हुई थी। इस बात का खुलासा स्वास्थ्य विभाग की जांच में हुआ है। प्रयागराज के मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉ. नानक सरन ने बताया कि मरीज को मौसमी का जूस चढ़ाने की बात गलत है। वह प्लेटलेट ही थी पर एक्सपायर हो गई थी। यानी उचित तापमान और रखरखाव के अभाव में खराब हो गई थी। हां, उसपर चस्पा किया गया रैपर जरूर फर्जी था। इस मामले की जांच हो रही है कि डेंगू मरीज को सही प्लेटलेट्स की जगह खराब प्लेटलेट्स कैसे चढ़ा दी गई? इस रैकेट में कौन-कौन शामिल थे।

प्लेटलेट्स की जगह मौसमी का जूस चढ़ाने का था आरोप

ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर पर परिजनों ने नकली प्लेटलेट्स चढ़ाने का आरोप लगाया था। परिजनों का कहना है कि प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद डेंगू मरीज बमरौली के रहने वाले प्रदीप पांडे की तबीयत खराब हुई। दूसरे अस्पताल ले गए, जहां मौत हो गई। परिजनों का आरोप था, “तबीयत खराब होने पर मरीज को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्लेटलेट्स लाने की बात कही। 9 हजार रुपए में प्लेटलेट्स खरीदा, जिसे चढ़ाने के बाद मरीज की मौत हो गई।”

3 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी

प्रदीप को ग्लोबल हॉस्पिटल में 14 अक्टूबर को प्रदीप को भर्ती कराया गया था, जहां 16 अक्टूबर को प्लेटलेट्स 17 हजार पहुंचने पर मरीज को 3 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाया गया। वहीं, प्लेटलेट्स चढ़ाते वक्त मरीज की हालत बिगड़ गई। इसके बाद अस्पताल मरीज को अपने यहां से रेफर कर दिया।

PDA ने बिल्डिंग मालिक को सौंपा नोटिस

19 अक्टूबर को मरीज की मौत हो गई थी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश के बाद CMO प्रयागराज डॉ. नानक सरन ने ग्लोबल अस्पताल को सील कर दिया था। वहीं, नोटिस जारी किए जाने को लेकर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि PDA ने बिल्डिंग के मालिक पप्पू लाल साहू से जवाब मांगा है।

यह बिल्डिंग बिना नक्शा पास कराए बनी है। फिलहाल, नोटिस का जवाब मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। उचित जवाब नहीं रहा तो बिल्डिंग ध्वस्त की जाएगी।