चीन में अब तक का सबसे बड़ा भूकंप, आधी रात झटकों से दहली धरती, 111 लोगों की मौत

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(www.arya-tv.com) चीन के गांसू और किनघई प्रांत में सोमवार आधी रात भूकंप के तेज झटकों ने भारी तबाही मचा दी है। भूकंप के चलते अब तक करीब 111 लोगों की मौत हो चुकी है।

वहीं 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई। चीन के सरकारी मीडिया शिन्हुआ के अनुसार दोनों प्रांतों में इमरजेंसी मैनेजमेंट और फायर विभाग तैनात है।

बचावकर्मी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं। चीन के भूकंप से जुड़े सभी बड़े अपडेट जानने के लिए बने रहिए एनबीटी ऑनलाइन के साथ।

चीन में क्‍यों आया भूकंप, जानें कारण

गांसु, चीन के सबसे गरीब क्षेत्रों में से एक, तिब्बती और लोएस पठारों के बीच स्थित है और इसकी सीमा मंगोलिया से लगती है। चीन एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है जहां कई टेक्टोनिक प्लेटें – विशेष रूप से यूरेशियन, भारतीय और प्रशांत प्लेटें – मिलती हैं,

और विशेष रूप से भूकंप का खतरा है। देश में सितंबर में, दक्षिण-पश्चिमी सिचुआन प्रांत में 6.6 तीव्रता का भूकंप आने से 60 से अधिक लोग मारे गए थे।

1920 में गांसु में आया भूकंप, जिसमें दो लाख से अधिक लोग मारे गए, को 20वीं सदी में दुनिया के सबसे घातक भूकंपों में से एक के रूप में दर्ज किया गया है।

ऐक्‍शन में चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग

चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने खोज और बचाव अभियान को तेजी से करने का आदेश दिया है। उन्‍होंने भूकंप पीड़‍ितों के लिए पर्याप्‍त इंतजाम करने के लिए कहा है। जिनपिंग ने लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए कहा है।

गांसू प्रांत और पड़ोसी किनघई प्रांत में सोमवार आधी रात को आए 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 111 लोगों की मौत हो गयी। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार,

सोमवार रात 11 बजकर 59 मिनट पर इस क्षेत्र में हल्का भूकंप आया और भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहरायी में स्थित था। विशेषज्ञों ने बताया कि हल्के भूकंप से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान होता है।

खोजी कुत्ते भी रेस्क्यू में उतारे गए

चीन में भूकंप के बाद हुई तबाही को देखते हुए गांसु और किनघई के लिए अग्निशमन और बचाव विभाग ने 88 दमकल गाड़ियों के साथ 12 खोजी कुत्तों को भी प्रभावित इलाकों में भेजा है।

साथ ही10,000 से अधिक उपकरणों के साथ 580 बचावकर्मियों को आपदा क्षेत्र में राहत में जुट जाने का आदेश दिया है। जिससे जल्दी से जल्दी मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सके।

बढ़ सकती है मौतों की संख्या

भूकंप में अब तक 111 लोगों की मौतों की पुष्टि हो चुकी है लेकिन मरने वालों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। इमारतों के मलबे को हटाया जा रहा है, मबले के नीचे लोग दबे हो सकते हैं। राहतकर्मी मलबे को हटाने के काम में जुटे हैं।

चीन में भूकंप ने मचाई तबाही, जमींदोज हुई इमारतें, 100 से ज्यादा की मौत
चीन के उत्तर-पश्चिमी प्रांत गांसु में भूकंप आया है। भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं और लोग मलबे में दब गए।

इससे जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए चीनी सरकार ने केंद्र के बलों को भी बचाव के काम के लिए भेजा है। प्रभावित क्षेत्रों में मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।

बचावकर्मी मलबे को कर रहे साफ

भूकंप के बाद इलाके में बचाव कर्मी रेस्क्यू कर रहे हैं। कई जगहों पर इमराते ढह गई हैं। इनके मलबे को साफ किया जा रहा है, ताकि इसमें दबे लोगों को बाहर निकाला जा सके। चीनी सरकार ने स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए इमरजेंसी कर्मियों को मौके पर भेजा है।

कई गावों में बिजली गुल

सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि भूकंप से मकानों और सड़कों के साथ ही अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। कई गांवों में बिजली गुल हो गयी है और पानी की आपूर्ति बाधित है।

कहां था भूकंप का केंद्र

भूकंप का केंद्र लियुगोऊ शहर में था जो गांसू में जिशिशान काउंटी से करीब आठ किलोमीटर दूर है। किनघई प्रांत हिमालय के तिब्बत क्षेत्र से सटा है जहां महाद्वीपीय प्लेटों के टकराने से आए दिन भूकंप आते रहते हैं।

आधी रात आया भूकंप

जानकारी के अनुसार सोमवार रात 11 बजकर 59 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहरायी में स्थित था। विशेषज्ञों ने बताया कि हल्के भूकंप से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान होता है।