(www.arya-tv.com)अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हालात बेहद चिंताजनक हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने वाले ISIS-खुरासान (ISIS-K) संगठन को एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा है कि हाल ही में हमने ISIS-K के खिलाफ जो ड्रोन स्ट्राइक की है, उसे आखिरी न समझें। बाइडेन ने कहा है कि काबुल के घिनौने हमले में जो भी शामिल हैं उन्हें छोड़ेंगे नहीं। अमेरिका को जब भी कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा या हमारी सेना पर हमला करेगा तो हम करारा जवाब देंगे, इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए।
काबुल एयरपोर्ट पर 24-26 घंटे में फिर आतंकी हमले का खतरा
ISIS- खुरासान (ISIS-K) के फिदायीन (सुसाइड बॉम्बर) काबुल एयरपोर्ट को फिर से निशाना बना सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी है कि अगले 24 से 36 घंटे में काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला हो सकता है। बाइडेन ने कहा है कि स्थिति बेहद खतरनाक है और एयरपोर्ट पर खतरा काफी बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने शनिवार को वॉशिंगटन में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के अधिकारियों से चर्चा के बाद ये बयान दिया है।
इसके बाद अमेरिकी दूतावास ने लगातार तीसरे दिन काबुल एयरपोर्ट पर हमले के खतरे का अलर्ट जारी किया है। अमेरिका ने ताजा चेतावनी में अपने नागरिकों से कहा है कि वे काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों से तुरंत हट जाएं। बता दें काबुल एयरपोर्ट पर खतरे को लेकर अमेरिका ने पहला अलर्ट गुरुवार को जारी किया था और उसी दिन शाम को आतंकी संगठन ISIS-खुरासान (ISIS-K) ने एयरपोर्ट पर हमला कर दिया। इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 लोगों की जान गई थी।
अफगानिस्तान के हालात पर भारत और अमेरिकी विदेश मंत्री ने चर्चा की
अफगानिस्तान के हालात पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है। इस दौरान अफगानिस्तान में आपसी सहयोग जारी रखने पर सहमति बनी है। बता दें कि काबुल एयरपोर्ट 31 अगस्त तक अमेरिकी सेना के कब्जे में है, 1 सितंबर से यह तालिबान के कंट्रोल में चला जाएगा। अमेरिका और भारत समेत कई देश काबुल से अपने नागरिकों को निकालने में जुटे हैं। भारत ने बीते शुक्रवार को कहा था कि अफगानिस्तान से अपने ज्यादातर लोगों को निकाल लिया है, लेकिन कुछ अभी भी अटके हुए हैं।
काबुल एयरपोर्ट के 3 प्रमुख गेट से अमेरिकी सैनिक हटे, तालिबान ने संभाला मोर्चा
अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे के तीन गेट और कुछ अन्य हिस्सों को शनिवार को खाली कर दिया। इसके बाद तालिबान लड़ाकों ने इन इलाकों का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया है। टोलो न्यूज ने इसकी पुष्टि की है। दूसरी तरफ एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अफसर ने बताया कि शनिवार को अमेरिका के ड्रोन हमले में आतंकी संगठन ISIS-K के 2 बड़े आतंकी मारे गए हैं, जबकि एक घायल हुआ है।
तालिबान ने पंजशीर में दाखिल होने का दावा किया
तालिबान ने अपने कब्जे से बचे अफगानिस्तान के एक मात्र पंजशीर प्रांत में दाखिल होने का दावा किया है। तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के सदस्य अनामुल्ला समांगानी ने कहा, ‘इस्लामिक अमीरात की सेना ने शनिवार को बिना किसी विरोध और खून-खराबे के पंजशीर में एंट्री कर ली है। इस दौरान विरोधी पक्ष से उनकी कोई लड़ाई नहीं हुई।’ हालांकि, समांगानी ने ये भी कहा कि बातचीत के लिए अभी भी दरवाजे खुले हैं।
वहीं पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबान के दावों को खोखला बताया है। नॉर्दर्न अलायंस के प्रमुख अहमद मसूद के समर्थकों ने तालिबान के दावों को खारिज किया है। रेजिस्टेंस फोर्स के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख मोहम्मद अलमास जाहिद ने कहा, ‘पंजशीर में कोई लड़ाई नहीं हुई है। यहां तालिबान की एंट्री की खबरें बेबुनियाद हैं।’