लालू यादव की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, जानिए कोर्ट में क्या कुछ हुआ

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(www.arya-tv.com) आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की चारा घोटाले में जमानत के खिलाफ सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। इस मामले में शुक्रवार को सर्वोच्च अदालत में सुनवाई हुई। जिसमें आरजेडी सुप्रीमो की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल शामिल हुए।

उन्होंने कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई की याचिका पर कहा कि लालू यादव की किडनी ट्रांसप्लांट हुई है। बावजूद इसके वो चाहते हैं कि उन्हें जेल भेजा जाए। हालांकि उनकी इस दलील पर एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सूर्यप्रकाश वी. राजू ने घेर लिया। उन्होंने कहा कि लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है, लेकिन वो बैडमिंटन खेल रहे हैं।

लालू यादव की क्या बढ़ेंगी मुश्किलें?

एएसजी राजू ने कहा कि लालू यादव को सजा के बाद जमानत मिली है। मैं दिखाऊंगा कि कैसे ये ऑर्डर पूरी तरह से खराब है। उधर लालू यादव के केस में सुनवाई के दौरान जस्टिस बोपन्ना ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इसे आज क्यों सूची में शामिल किया गया। देर रात ही ये आया है। एएसजी एसवी राजू ने कहा कि मैंने चीफ जस्टिस के सामने उल्लेख किया है। गुरुवार शाम तक इसे फिर से सूचीबद्ध नहीं किया गया था। आखिरकार इसे लिस्ट किया गया। जस्टिस बोपन्ना ने आगे कहा कि इसे आगे फिर दिन में सुनेंगे।

जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई

इससे पहले लालू यादव की जमानत को सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने चैलेंज किया है। चारा घोटाले मामले में लालू यादव झारखंड हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर हैं। सीबीआई ने इस जमानत को रद्द करने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट में इसी से जुड़ी सुनवाई चल रही। दिल्ली से लौटे तेजस्वी यादव ने इस मामले पर कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता। हम लोग डरने या झुकने वाले लोग नहीं हैं। कितने बार हमें तंग किया जाता है।

तेजस्वी बोले- हम झुकने वाले नहीं हैं

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग, अती कर दी है। कई बार जो बीजेपी के नेता हमसे मिलते हैं, वे कहते हैं इन सबसे कुछ होने वाला नहीं है। छत्तीसगढ़ में, झारखंड में क्या हो रहा है। वो ऑपरेशन यहां भी चल रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग को पहले से पता था कि यह सब काम होगा, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं होगा। ज्यादा से ज्यादा यह लोग केस बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2017 में जो बेनामी कहता था, वह बेनामी हम लोग जीत गए। हमें न्यायालय पर भरोसा है, न्याय होगा।

प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर

रुचिर शुक्ला फरवरी 2020 से नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से जुड़े हैं। पहले न्यूज एजेंसी, फिर टीवी जर्नलिज्म के बाद डिजिटल मीडिया में कदम रखा। करीब 10 साल से डिजिटल मीडिया में कार्यरत हैं। पॉलिटिक्स, क्राइम, पॉजिटिव हर तरह की खबरों में खास रूचि है। सीखने-समझने का क्रम लगातार जारी है।