आईयूआई के कितने दिनों बाद प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट करना चाहिए?

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(www.arya-tv.com) कुछ महिलाओं को नैचुरली कंसीव करने में दिक्‍कत आती है। उन्‍हें गर्भधारण करवाने के लिए कई तरीके और तकनीकें मौजूद हैं जिनमें से एक आईयूआई। जब कोई महिला प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नहीं कर पाती है, तब आईवीएफ या अन्‍य कोई और फर्टिलिटी ट्रीटमेंट देने से पहले डॉक्‍टर आईयूआई ट्राई करते हैं। इस आर्टिकल में बनेरघट्टा रोड़ पर स्थित फोर्टिस अस्‍पताल की गायनेकोलॉजिस्‍ट डॉक्‍टर ऊषा बीआर बता रही हैं कि आईयूआई क्‍या होता है और इसे करने के कितने दिनों बाद प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट किया जाना चाहिए।

आईयूआई क्‍या होता है

Mayoclinic.org के अनुसार आईयूआई यानी इंट्रायूट्राइन इनसेमिनेशन एक प्रकार का आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन है जो इनफर्टिलिटी के इलाज में प्रयोग किया जाता है। इसमें ओवरी के एग रिलीज करने पर सबसे अच्‍छी गुणवत्ता वाले स्‍पर्म को सीधा गर्भाशय के अंदर डाला जाता है जिससे एग के फर्टिलाइज होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसमें स्‍पर्म फैलोपियन ट्यूब से होते हुए गर्भाशय में एग को फर्टिलाइज करता है जिससे प्रेग्‍नेंसी शुरू होती है। आईयूआई के साथ डॉक्‍टर कुछ फर्टिलिटी दवाएं भी देते हैं।
जब इनफर्टिलिटी का कारण पता ना चल पाए, तब ओवुलेशन लाने वाली दवाओं के साथ आईयूआई किया जाता है। इसके अलावा एंडोमेट्रियोसिस में भी इनफर्टिलिटी का इलाज करने के लिए दवाओं के साथ आईयूआई ट्रीटमेंट पहला विकल्‍प होता है।

क्‍या आईयूआई 100% सक्‍सेसफुल है

आईयूआई का सक्‍सेस रेट हर महीने के मासिक चक्र में 7 से 10 पर्सेंट होता है। अगर दोनों फैलोपियन ट्यूबें ठीक हैं और स्‍पर्म अच्‍छी क्‍वालिटी है, तो आईयूआई के सफल होने के इतने चांसेस तो होते हैं। अगर आप आईयूआई के साथ फर्टिलिटी दवाएं भी लेती हैं, तो यह संभावना 15 से 25 पर्सेंट हो जाती है।

आईयूआई के बाद कब करना चाहिए टेस्‍ट

डॉक्‍टर ऊषा कहती हैं कि आईयूआई करवाने के बाद कम से कम 14 दिनों के बाद प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट करना चाहिए। इतने समय में एग फर्टिलाइज होकर गर्भाशय के अंदर इंप्‍लांट हो जाता है और शरीर में प्रेग्‍नेंसी हार्मोन यानी एचसीजी बनने लगता है। जल्‍दी प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट करने पर रिजल्‍ट नेगेटिव आ सकता है।

आईयूआई का रिजल्‍ट

डॉक्‍टर कहती हैं कि कई बार आईयूआई का पॉजिटिव रिजल्‍ट 10 से 12 दिनों में भी आ जाता है। हालांकि, हर किसी के साथ ऐसा नहीं होता है इसलिए बेहतर होगा कि एक्‍यूरेट रिजल्‍ट के लिए 14 दिन तक इंतजार करें।

आईवीएफ और आईयूआई में क्‍या अंतर है

nm.org के अनुसार आईयूआई में शुक्राणु को एक स्पेकुलम का उपयोग करके सीधे गर्भाशय में डाला जाता है। इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) में अंडों को एक सुई का उपयोग करके बाहर निकाला जाता है और फिर उन्‍हें लैब में स्‍पर्म से फर्टिलाइज किया जाता है। जब एग फर्टिलाइज हो जाता है, तब उसे वापिस गर्भाशय के अंदर डाल दिया जाता है। आईयूआई की तुलना में आईवीएफ के सफल होने के चांसेस ज्‍यादा होते हैं।