आगरा में गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय का एनकाउंटर:पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था

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(www.arya-tv.com)  दीवानी से फरार हुआ 50 हजार का इनामी गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय आगरा STF की मुठभेड़ में ढेर हो गया। बुधवार तड़के सिकंदरा इलाके में गांव अकबर रोड पर STF ने उसे घेर लिया था। घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी फायरिंग में विनय श्रोत्रिय के सीने में गोली लगी, जबकि उसका एक साथी कोहरे का फायदा उठाते हुए फरार हो गया। विनय श्रोत्रिय को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के साथ STF कर रही थी तलाश
फिरोजाबाद के लाइन पार थाना क्षेत्र के गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय को जिला जेल से 13 जुलाई 2022 को दीवानी में पेशी पर लाया गया था। गैंगस्टर दीवानी से अपने साथियों की बाइक पर बैठकर फरार हो गया था। पुलिस के साथ STF भी गैंगस्टर की तलाश में लगी हुई थी। उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। विनय श्रोत्रिय फ़िरोज़ाबाद का रहने वाला था, उस पर 50 से ज्यादा मुकदमे हैं। उसके पास से एक पिस्टल, एक तमंचा और पल्सर मोटर साइकिल बरामद की है।

बदमाशों की सूचना पर पुलिस ने की थी घेराबंदी

STF प्रभारी एसपी राकेश यादव ने बताया कि बुधवार तड़के पुलिस को सूचना मिली कि बदमाश अपने एक साथी के साथ बाइक से जा रहा है। इस पर STF और सिकंदरा पुलिस ने पीछा किया। सिकंदरा में गांव अकबरा रोड पर उसे घेर लिया।

मगर, बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसमें एक बदमाश को गोली लगी, जबकि साथी फरार हो गया। घटना के समय कोहरा भी था। पुलिस पहुंची तो देखा कि बदमाश के सीने में गोली लगी हुई है। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की शिनाख्त बदमाश विनय श्रोत्रिय के रूप में हुई।

दिल्ली, जयपुर, एमपी सब जगह पुलिस ने दी थी दबिश  

सिपाही को चकमा देकर हुआ था फरार

गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय को थाना न्यू आगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मगर, वो 13 जुलाई को पेशी पर सिपाही के साथ बहाने से वकील के चैंबर पर गया था। गैंगस्टर ने सिपाही अनुज प्रताप सिंह के साथ चल रहे एक बदमाश सोनू कुशवाहा से बात करने के नाम पर फोन मांगा, उसी समय प्लानिंग के तहत बाकी बदमाशों ने पुलिसकर्मी के चंगुल से बदमाश को छुड़ाकर फरार हो गए।

सिपाही ने बदमाश के हमला करके भागने की बात कही थी। उसकी तलाश में पुलिस की टीमों ने फिरोजाबाद, एटा और अलीगढ़ के साथ ही दिल्ली, जयपुर, गुरुग्राम, मुरैना में भी दबिश दी थी। मगर, उसको पकड़ा नहीं जा सका।

5 बदमाश और 1 महिला विनय को फरार कराने में थे शामिल
विनय श्रोत्रिय के भागने के बाद पुलिस ने लापरवाही बरतने वाले सिपाही और घटना के बाद सामने आए बदमाश सोनू को गिरफ्तार किया था। सिपाही को जमानत मिल गई थी, जबकि सोनू को जेल भेजा गया। इसके बाद दो आरोपी फिरोजाबाद के मुनेश और नीरज पकड़े गए। दोनों से फरारी के बाद विनय ने बात की थी। लगातार उनके संपर्क में थे।

फिर फिरोजाबाद के राहुल कश्यप और पिंटा उर्फ शिवराम यादव को जेल भेजा गया। इन दोनों ने विनय को फरार कराने में सहयोग किया था। बाद में राहुल कश्यप की मां मीना को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला था कि मीना को राहुल ने विनय को फरार कराने के बारे में बता दिया था। घटना से पहले और बाद में वो साजिश में शामिल रही। एक साथी रिषभ ने कोर्ट में समर्पण कर दिया था।

2016 में दरोगा को मारी थी गोली

विनय श्रोत्रिय पर पहला मुकदमा 2013 में पचोखरा थाने में दर्ज हुआ था, इसके बाद से उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए। 2018 में विनय श्रोत्रिय के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। 2016 में फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र में लूट के बाद दरोगा राजवीर को गोली मारकर घायल कर दिया था।